अपने मोटापे को कहें अलविदा
शाकाहारी खाने में चर्बी कम होती है जिससे मोटापा नहीं होता है या फिर कम होता चला जाता है। अध्ययन बताते हैं कि ज्यादा मांसाहार के सेवन का असर भी मोटापे पर पड़ता है। यदि आप मांसाहार ज्यादा करते हैं तो एकदम से इसें बंद करना आसान नहीं होता। जब तक आप पूर्ण रूप से इसे न छोड़ पाएं, तब तक मांसाहार और शाकाहार का सेवन जारी रखें और धीरे-धीरे शाकाहार को पूरी तरह अपनाएं। भोजन में शाक-सब्जी, कच्चा सलाद और कच्ची हरी शाक-सब्जी की मात्रा अधिक और चपाती, चावल व आलू की मात्रा कम रखना चाहिए।
दही खाने से भी वजन कम हो सकता है। ज्यादा दही खाने वालों का वजन तेजी से घटता है या कम बढ़ता है। दही में कैल्शियम और प्रोटीन फैट को कम करने में सहायक होता है, लेकिन दही या तो टोंड या स्किम्ड मिल्क की हो या फिर दूध की मलाई उतार कर जमाएं। दही रात को न खाएं। सुबह या लंच में इसे लेना बेहतर रहता है।
तली हुई चीजे जैसे आलू चिप्स, कुकीज का कम से कम उपयोग करें। फास्ट फूड जैसे बर्गर, पिज्जा की जगह सलाद, फ्रूट जैसी स्वस्थ चीजों का चुनाव करें। खाने में फाइबर युक्त भोजन लें। यह आपके शरीर को कोलेस्ट्रोल से बचाता है और उसे आपके शरीर से बाहर करता है।
फाइबरयुक्त भोजन आपके शरीर की अतिरिक्त कैलोरी को भी बर्न करता है। रेशेदार चीजों के सेवन से आपका शरीर सेहतमंद रहता है और अनावश्यक चर्बी नहीं होती है।
मोटापा कम करने के लिए या फिर उससे बचने के लिए भोजन के अन्त में पानी पीना उचित नहीं, बल्कि एक-डेढ़ घंटे बाद ही पानी पीना चाहिए। इससे पेट और कमर पर मोटापा नहीं चढ़ता, बल्कि मोटापा हो भी तो कम हो जाता है।
खाना भूख से थोड़ा कम ही लेना चाहिए। इससे पाचन भी ठीक होता है और पेट बड़ा नहीं होता। पेट में गैस नहीं बने इसका खयाल रखना चाहिए। गैस के तनाव से तनकर पेट बड़ा होने लगता है। दोनो समय शौच के लिए अवश्य जाना चाहिए।
मोटापा कम करने के लिए व्यायाम का भी सहारा लिया जा सकता है। तैरना आता है तो इससे अच्छी एक्सरसाइज दूसरी नहीं। नहीं आता है तो सुबह की सैर के लिए रोज निकल जाए।
अंत में सबसे अहम बात। यह बात हमेशा हमें ध्यान रखनी होगी कि हम अपने रोजाना आहार के जरिए कैलोरी ले रहे है उसे उसी दिन बर्न कर दे यानी खर्च कर दे। अगर रोजाना ली जाने वाली कैलोरी और खर्च होनेवाली कैलोरी में अंतर होता गया तो यह डिपोजिट फैट ही धीरे-धीरे मोटापे का रूप ले लेता है। यानी इसके लिए हम यह मालूम होना चाहिए कि किस चीज में कितनी कैलोरी होती है। अगर उसमें कैलोरी ज्यादा है तो जाहिर सी बात है कि उसे बर्न करने के लिए मेहनत भी खूब करनी होगी।