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जियो के मालिक मुकेश अंबानी के प्रगति पर आगे बढते कदम पढिये

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मुकेश अंबानी का जन्म 19 अप्रैल 1957 में यमन में हुआ। ये रिलायंस इंडस्ट्रीज़ के संस्थापक धीरुभाई अंबानी के बेटे हैं। इनके भाई अनिल अंबानी भी देश के जाने माने व्यावसायी हैं। मुकेश ने मुंबई के अबाय मोरिस्चा स्कूल से शिक्षा प्राप्त की। इसके बाद मुकेश एमबीए की पढ़ाई के लिए स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय गए परंतु पहले वर्ष के बाद ही इन्होंने पढ़ाई छोड़ दी। मुकेश ने अपने पिता की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज़ में 1981 से काम संभालना शुरु किया।

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मुकेश ने रिलायंस के पुराने ढर्रे के टेक्सटाइल कारोबार को पहले पॉलिस्टर फाइबर और फिर पेट्रोकेमिकल में आगे बढ़ाया। उनकी मेहनत से उत्पादन क्षमता 10 लाख टन प्रतिवर्ष से 12 गुनी बढ़ गई। मुकेश ने गुजरात के जामनगर में विश्व की सबसे बड़ी पेट्रोलियम रिफाइनरी की स्थापना की। इसके बाद उन्होंने रिलायंस रीटेल के नाम से रीटेल चेन की स्थापना की। खुदरा बाज़ार में मुकेश आज सबसे बड़े व्यवसायी है।

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मुंबई इंडियन प्रीमियर टीम लीग मुंबई इंडियंस के मालिक हैं। मुकेश ने मुंबई में ही धीरुभाई अंबानी इंटरनेशनल स्कूल की स्थापना की है। एनडीटीवी ने मुकेश अंबानी को 2007 में ‘बिज़नेसमैन ऑफ द ईयर’ के सम्मान से भी नवाज़ा था। इसी साल मुकेश को यूनाइटेड स्टेट-इंडिया बिज़नेस कौंसिल ने ग्लोबन विजन के लिए ‘लीडरशिप’ अवार्ड दिया।

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इंडिया टुडे के ‘द पॉवर लिस्ट’ में 2003 और 2004 को ये पहले स्थान पर रहे। 2004 में मुकेश अंबानी को टोटल टेलीकॉम ने दूरसंचार के क्षेत्र में सबसे प्रभावशाली व्यक्ति के तौर पर ‘टेलीकॉम मैन ऑफ द ईयर’ चुना।

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इसी साल इन्हें वॉशिंगटन में एशिया सोसायटी लीडरशिप अवार्ड मिला है। आज इनकी बदौलत करोड़ों लोग जियो नेटवर्क की वजह से एक दुसरे से जुड़े हुए हैं।  मुकेश अंबानी ने मेहनत और लगन को अपनी सबसे बड़ी पूंजी माना है। मुकेश मानते है कि अगर कोई सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ता रहे तो उसकी सारी बाधाएं खत्म हो जाती हैं।

 

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1 Comment
  1. ajay says

    jio ambani sahab

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