भारतीय नौसेना की शक्तिशाली महिलाएं, जिनकी उपलब्धियां हैं बेहद खास
भारत की तीन सशस्त्र सेनाओं में से एक भारतीय नौसेना के लिए आज का दिन महत्वपूर्ण है। भारतीय नौसेना दिवस हर साल 4 दिसंबर को मनाया जाता है। यह दिन 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में भारतीय नौसेना की बहादुरी और साहसी जीत की याद में मनाया जाता है। हालांकि देश की सुरक्षा में योगदान देने वाले इन युवाओं में महिलाएं भी शामिल हैं। भारतीय नौसेना में कई मजबूत महिला अधिकारी काम कर रही हैं। अपने साहस से इन महिला अधिकारियों ने नौसेना में बड़ा मुकाम हासिल किया और इतिहास रचा। आइए जानते हैं भारतीय नौसेना की मजबूत महिला अधिकारियों के बारे में।
ये दोनों महिला अधिकारी नौसेना के युद्धपोतों पर तैनात हैं
वर्ष 2020 में दो महिला अधिकारियों को भारतीय नौसेना में कमीशन किया गया है। भारतीय नौसेना के इतिहास में पहली बार दो महिला अधिकारियों को नौसेना के युद्धपोतों में महत्वपूर्ण पद मिला है। उनमें से एक कुमुदी का त्यागी और दूसरा शेर है। महिला नौसेना अधिकारी कुमुदिनी त्यागी और रीति सिंह को हेलीकॉप्टर धारा में ‘पर्यवेक्षक’ (हवाई रणनीतिकार) के रूप में नियुक्त किया गया था। सब लेफ्टिनेंट कुमुदिनी त्यागी और सब लेफ्टिनेंट रीति सिंह देश की पहली महिला हवाई रणनीतिज्ञ बनीं। अब दोनों महिला नौसेना अधिकारी युद्धपोतों के डेक पर सेवा देंगी।
सब लेफ्टिनेंट कुमुदी का परित्याग
उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले की रहने वाली कुमुदिनी त्यागी ने 10वीं की परीक्षा के बाद ही सेना में शामिल होने का लक्ष्य रखा था। उनके पिता एक सुरक्षा एजेंसी चलाते हैं और दादा सुरेश चंद त्यागी पुलिस में सब-इंस्पेक्टर थे। कुमुदिनी बीटेक के बाद सेना में जाने की तैयारी करने लगी। दिन-रात मेहनत करने के बाद वह नेवी में शामिल हो पाए। कुमुदिनी को दिसंबर 2018 में कमीशन किया गया था।
सब लेफ्टिनेंट रीति सिंह
सब लेफ्टिनेंट रीति सिंह एक फौजी परिवार से ताल्लुक रखती हैं। उनके परिवार की तीन पीढ़ियां सेना में कार्यरत हैं। रीति के पिता एसके सिंह इंडियन नेवी से रिटायर्ड हैं। उनकी मां अंग्रेजी की शिक्षिका हैं। वर्ष 2002 में, उत्तर प्रदेश को हैदराबाद में स्थानांतरित कर दिया गया था। बाद में भारतीय नौसेना में शामिल हो गए।