पितृदोष से मुक्ति के आसान उपाय
आज बहुत लोग पितृदोष से प्रभावित है और परेशान भी है. समय का आभाव के कारण मनुष्य पितृदोष का उपाय नहीं कर पाता है, वह व्यक्ति कुछ न कुछ परेशानी में जकड़ा रहता है , कहते है हिन्दु मान्यता के अनुसार मृत्यु के बाद भी स्वर्गलोक की प्राप्ति होती है। इसके लिए प्रसनचित होकर हव्य से देवताओं का, कव्य से पितृगणों का तथा अन्न द्वारा बंधुओं का भंडारा करें। इससे परिवार एवं सगे-सम्बन्धियों, दोस्तों को भी विशेष फल की प्राप्ति होती है। इसके फलस्वरूप परिवार में अशान्ति, वंश वृद्धि में रुकावट, आकस्मिक बीमारी, धन से बरकत न होना, सभी भौतिक सुखों के होते हुए भी मन असंतुष्ट रहना आदि परेशानियों से मुक्ति मिल सकती है।
एक कारगर उपाय यह भी
सर्वप्रथम हमें एक नारियल का गोला लेना है उसमे एक छेद करना है फिर उसमें कुटे हुये काले तिल , बुरा, और देशी घी , जौ का आटा , चावल का आटा , इन सभी को मिला कर गोले में भरकर कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को सायंकाल के समय में किसी एकांत जगह स्थित पीपल के वृक्ष की जड में इस प्रकार गाड दिया जाए ताकि चीटी आदि जीव गोले के उस छिद्र में घुस कर उस मिश्रण को खा सके ।
इस प्रयोग को एक वर्ष तक प्रत्येक कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी की साय किया जाए तो निश्चित रूप से पितृदोषो से मुक्ती मिलती है साथ ही लक्ष्मी जी की कृपा भी मिलती है
यह क्रिया दिखने में साधारण है पर प्रभावशाली है
एक काम करने वाला व्यक्ति मंत्र तंत्र नहीं कर सकता है पर यह कर्म कर सकता है