गूगल रिसर्च: भारतीय लोगों को जीवनसाथी से ज़्यादा है गर्लफ़्रेण्ड-ब्वॉयफ़्रेण्ड की ज़रूरत
भारत के लोगों में जीवनसाथी की वैलिडिटी सात जन्मों की मानी जाती है। ऐसे में आप किसी की लाइफ में उसके लाइफपार्टनर की अहमियत को साफ़ तौर पर समझ सकते हैं। लेकिन हाल-फ़िलहाल में गूगल के ‘ईयर इन सर्च-इंडियाः इनसाइट्स फ़ॉर ब्रैण्ड्स’ की रिपोर्ट ने सबको चौंकाकर रख दिया है, जिसमें यह कहा गया है कि भारत के लोगों को जीवनसाथी से ज़्यादा गर्लफ़्रेण्ड-ब्वॉयफ़्रेण्ड की ज़रूरत है।
वास्तव में दुनिया के सबसे बड़े सर्च इंजन गूगल के इस ख़ुलासे ने सबको हैरान कर दिया है। गूगल की इस रिपोर्ट की माने तो भारत के लोग मैट्रिमनियल साइट्स पर अपने लिए एक अद जीवन साथी ढूंढने से ज्यादा डेटिंग साइट्स पर पार्टनर तलाशना ज्यादा पसंद कर रहे हैं।
जी हाँ, इस रिपोर्ट में एकदम साफ़तौर पर कहा गया है कि भारत में इंटरनेट के ज़रिए डेटिंग पार्टनर खोजने में पहले से 40 फीसदी अधिक इज़ाफ़ा हुआ है। जबकि मैट्रिमनियल साइट्स के ज़रिए शादी के रिश्ते और अपना जीवनसाथी तलाशने में महज 13 प्रतिशत ही बढ़ोत्तरी दर्ज़ की गयी है।
यानी कि भारत के लोगों को अपनी लाइफ़ में फुलटाइम लाइफ पार्टनर का सेटेमेंट नहीं, बल्कि कुछ समय के लिए जीवन में सुकून पाने के लिए एक लव पार्टनर की ज़रूरत है अथवा वे इस ओर बढ़ते जा रहे हैं। वास्तव में इन दिनों भारत में तेज़ी से बढ़े डेटिंग के ट्रेण्ड के कारण भी यह ग्राफ़ हमें चौंका रहा है।
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विशेषज्ञों की मानें तो ऐसी ही कुछ और स्टडी बीते महीनें सामने आ चुकी हैं और उन सबको मिलाकर यह स्पष्ट तौर पर कहा जा सकता है कि अब आम भारतीय धीरे-धीरे काफी भावुक होता जा रहा है।
गूगल ने इस पर एक सर्वे भी कराया है और इस सर्वे में छह हज़ार भारतीयों में से 92 प्रतिशत लोगों का कहना था कि उनका जीवन नीरस और दुःखी है। उनके जीवन में ख़ुशियाँ लाने के लिए उन्हें एक प्यार की तलाश है।
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