आपकी किस्मत भगवान श्रीकृष्ण का अपने मुकुट पर मोर पंख को स्थान देना इन्द्र देव का मोर पंख के सिंहासन पर बैठना पौराणिक काल में महर्षियों का मोर पंख की कलम से बड़े-बड़े ग्रंथ लिखना ये कुछ ऐसे उदाहरण हैं जो मोर पंख की उपयोगिता को बयां करते हैं समस्त शास्त्रों, ग्रंथों, वास्तु और ज्योतिष शास्त्रों में भी मोर के पंख को अहम स्थान दिया गया है मोर के विषय में माना जाता है कि यह पक्षी किसी भी स्थान को बुरी शक्तियों और प्रतिकूल चीजों के प्रभाव से बचाकर रखता है यही वजह है कि अधिकांश लोग अपने घरों में मोर के खूबसूरत पंखों को लगाते हैं और इससे घर की सुख-समृद्धि में भी बढ़ोतरी होती है।
मोर पंख को घर में किसी ऐसी जगह पर रखना चाहिए जहां से वो आसानी से दिखायी देता रहे
ऐसा इसलिए क्योंकि मोर पंख घर में मौजूद नकारात्मक शक्तियों को नष्ट कर सकारात्मक
ऊर्जा यानी पॉजिटिव एनर्जी का संचार करता है। इस बात में कोई संदेह नहीं है कि
भले वैश्विक स्तर पर लोगों का यह मानना हो कि मोर पंख नकारात्मक ऊर्जा को दूर रखता है
लेकिन मोर पंख की जितनी महत्ता भारत के लोगों के लिए है शायद वह किसी
अन्य देश के लोगों के लिए ना हो।
यदि जीवन में अचानक कष्ट या विपत्ति आ जाए तो घर या बेडरूम के अग्नि कोण में
मोर पंख लगाना चाहिए थोड़े ही समय में सकारात्मक असर दिखने लगेगा
साथ ही घर के दक्षिण-पूर्वी कोने में मोर का पंख लगाने से भी घर में बरकत बढ़ती है।
जो व्यक्ति हमेशा अपने पास मोर पंख रखता है उस पर कभी कोई
अमंगल नहीं मंडराता साथ ही अपनी जेब या डायरी में मोर पंख रखने पर राहू दोष भी
प्रभावित नहीं करता है।
मोर पंख को सिर पर धारण करने से विद्या लाभ प्राप्त होता है सरस्वती माता के
उपासक और विद्यार्थी पुस्तकों के बीच मोर पंख रखकर भी लाभ उठा सकते हैं