विदेश में रहने वाले पाकिस्तानी नागरिकों ने भी घर वापसी कम की रेमिटेंस, जानिए पूरी कहानी
पाकिस्तान के आर्थिक हालात खराब होते जा रहे हैं. कुछ गलत सरकारी नीतियों और पिछले साल आई विनाशकारी बाढ़ के कारण अर्थव्यवस्था पटरी से उतर गई है। पाकिस्तान में तो हालात इस कदर खराब हो गए हैं कि 10 किलो आटे की बोरी करीब 3 हजार रुपये में मिल रही है. इसके अलावा, विदेशों में रहने वाले पाकिस्तानी नागरिकों ने भी घर वापस आने वाली रकम को कम कर दिया है।
विदेशों में रहने वाले पाकिस्तानी नागरिकों ने नवंबर 2022 में 2.10 अरब रुपये भेजे। नवंबर महीने की तुलना में दिसंबर महीने में 3 फीसदी की कमी देखी गई. स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2022-23 के 6 महीने (जुलाई-दिसंबर) में विदेशों में रह रहे पाकिस्तानियों ने कुल 14 अरब डॉलर की रकम भेजी।
सऊदी अरब में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों ने दिसंबर में 51.6 करोड़ रुपये भेजे
आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि सऊदी अरब में काम कर रहे पाकिस्तानी नागरिकों ने दिसंबर में 516 मिलियन डॉलर की राशि भेजी। इसके अलावा यूएई से 329 मिलियन डॉलर की राशि भेजी गई। लगातार चौथे महीने विदेशी मुद्रा में कमी आने से पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार में और गिरावट आई है। पाकिस्तान पहले से ही विदेशी मुद्रा की कमी से जूझ रहा है। इसके चलते उन्हें दूसरे देशों से आर्थिक मदद लेनी पड़ती है।