अब 500 रुपये के नोट ने बढ़ाया RBI का सिरदर्द, जानिए क्या है वजह?
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट जारी की। रिपोर्ट में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2023 में 500 रुपए के करीब 91,110 नकली नोट पकड़े गए। रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्ष 2022-23 के दौरान बैंकिंग क्षेत्र में पाए गए कुल नकली भारतीय नोटों (एफआईसीएन) का 4.6 प्रतिशत रिजर्व बैंक और 95.4 प्रतिशत अन्य बैंकों में पाया गया।
उसी वर्ष (2022-23) में आरबीआई रु। 100 और 78,699 रुपये के नकली नोट। 200 रुपए के 27,258 नकली नोट जब्त किए गए। वहीं, 2000 रुपए के 9,806 नकली नोट जब्त किए गए। बता दें कि केंद्र सरकार ने 19 मई को ऐलान किया था कि 2000 रुपए के नोट को चलन से हटा लिया जाएगा।
2016 में नोटबंदी के बाद रु. 2,000 के नोट 30 सितंबर, 2023 तक लीगल टेंडर माने जाएंगे। आरबीआई ने नागरिकों से इन नोटों को निश्चित समय सीमा के भीतर बैंक में जमा करने या बदलने को कहा है।
पिछले वर्ष की तुलना में रु. 20 और रु। 500 (नए डिजाइन) के नकली नोटों में क्रमशः 8.4 प्रतिशत और 14.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई। दूसरी ओर, रु। 10, रु. 100 और रु। 2000 के नकली नोटों में क्रमश: 11.6 फीसदी, 14.7 फीसदी और 27.9 फीसदी की कमी आई थी.
आर्थिक मोर्चे पर, रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत ने पिछले वित्तीय वर्ष में उतार-चढ़ाव को बेहतर तरीके से प्रबंधित किया, जिससे यह प्रमुख देशों में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के रूप में उभरा। हालांकि, वित्त वर्ष 2023 की दूसरी छमाही में कमजोर खपत, ग्रामीण मांग में गिरावट और लगातार लागत का दबाव चिंता का विषय बना हुआ है।