अब हो सकती है कोरोना से बनने वाली एंटीबॉडी की जांच, जल्द बाजार में आएगी मशीन
नई दिल्ली : कोरोना मानव शरीर में बनने वाले एंटीबॉडी का पता लगाने में सक्षम होगा। बेंगलुरु में भारतीय विज्ञान शिक्षा संस्थान के शोधकर्ताओं ने कोरोना एंटीबॉडी की जांच के लिए एक मशीन विकसित की है। आईसीएमआर ने इस मशीन की बिक्री की अनुमति दे दी है और इस मशीन के पीछे के शोधकर्ता अगले दो से तीन सप्ताह में इस मशीन को बाजार में उतार देंगे।
इलेक्ट्रोकेमिकल मशीन को सोसाइटी फॉर इनोवेशन एंड डेवलपमेंट के साथ-साथ भारतीय विज्ञान संस्थान में PathShodh हेल्थकेयर द्वारा विकसित किया गया है। इसे कोरोना के बाद बनने वाली एंटीबॉडी का पता लगाने वाली पहली मशीन बताया जा रहा है। PathShodh के सीईओ और सह-संस्थापक विनय कुमार ने कहा कि इस तकनीक के आधार पर सूक्ष्म स्तर पर मानव शरीर में कोरोना के प्रति एंटीबॉडी का पता लगाया जा सकता है।
इन एंटीबॉडी का परीक्षण रक्त या रक्त के नमूने के आधार पर किया जा सकता है। इस मशीन से आपको टेस्टिंग के लिए स्ट्रिप्स मिल जाएंगी। जिससे आपको एंटीबॉडीज की मात्रा का पता चल जाएगा। इस मशीन की स्क्रीन पर आपको इस परीक्षण का परिणाम तुरंत दिखाई देगा। तो इसमें कोई त्रुटि नहीं होगी। इसमें लगी चिप एक लाख से ज्यादा टेस्ट के नतीजों को स्टोर कर सकती है।
PathShodh अब शोध कर रहा है कि उसी मशीन पर रैपिड एंटीजन टेस्ट कैसे किया जाए। यह पहली मशीन होगी जो एक ही मशीन में कोरोना संक्रमण के साथ-साथ एंटीजन परीक्षण की जांच करने में सक्षम होगी।