रहस्यमय गांव! यहां जुड़वा बच्चे ही पैदा होते हैं, वैज्ञानिक भी नहीं जान पाए इसकी वजह!
जुड़वा बच्चों को देखकर हैरानी होती है। एक ही शक्ल के दो लोगों को देखना काफी दिलचस्प होता है। जब भी जुड़वा बच्चे आसपास से निकलते हैं तो लोग उन्हें घूरने लगते हैं, लेकिन केरल में एक ऐसा गांव है जहां आपको इतने जुड़वा लोग दिखाई देंगे कि उन्हें हाथ हिलाते हुए आपकी गर्दन में दर्द होने लगेगा।
केरल के मलप्पुरम जिले में कोडिनी (केरल का कोडिन्ही गांव) नाम का एक गांव है। यह गांव एक रहस्यमयी जगह है जहां 400 से ज्यादा जुड़वा बच्चे रहते हैं। गांव में जाकर आपको ऐसा लगेगा जैसे आप किसी अजीब दुनिया में आ गए हैं।
चौंकाने वाली बात यह है कि डॉक्टर भी नहीं जानते कि इतने लोग इस जगह पर क्यों रह रहे हैं। इसमें पूरे भारत में जुड़वा बच्चों की संख्या सबसे अधिक है। कोडिनी कोच्चि से 150 किमी दूर एक मुस्लिम बहुल गांव है। रिपोर्ट के मुताबिक इसकी कुल आबादी 2000 है और यहां 400 से ज्यादा जुड़वां बच्चे हैं।

गाँव के सबसे पुराने जुड़वाँ बच्चे अब्दुल हमीद और उनकी जुड़वाँ बहन कुन्ही कादिया हैं। साल 2008 में 300 बच्चों में करीब 30 जुड़वा बच्चे थे। लेकिन धीरे-धीरे यह संख्या बढ़कर 60 हो गई।

बहुत से लोग सोचते हैं कि माताओं में कुछ शारीरिक विकार हो सकते हैं जिसके कारण ऐसा हुआ होगा लेकिन यह सच नहीं है। महिलाएं पूरी तरह स्वस्थ हैं। ना ही पैदा होने वाले बच्चे बिना किसी परेशानी के होते हैं।

पूरी दुनिया में 1000 बच्चों पर 4 जुड़वा बच्चे पैदा होते हैं, वहीं भारत में 1000 बच्चों पर 9 जुड़वा बच्चे पैदा होते हैं लेकिन इस गांव में 1000 बच्चों पर 45 जुड़वा बच्चे पैदा होते हैं. औसत के मामले में यह इतने जुड़वा बच्चों के साथ दुनिया में दूसरे स्थान पर है।
आपको बता दें कि नाइजीरिया के इग्बो ओरा में सबसे ज्यादा जुड़वा बच्चे पैदा हुए हैं। प्रति 1000 बच्चों पर 145 जुड़वा बच्चे होते हैं। इसे दुनिया की जुड़वां राजधानी कहा जाता है। केरल के इस गांव में रहने वाले लोगों का मानना है कि यह भगवान का आशीर्वाद है कि यहां इतने जुड़वां बच्चे पैदा हो रहे हैं।
👉 Important Link 👈 |
👉 Join Our Telegram Channel 👈 |
👉 Sarkari Yojana 👈 |