मप्र : मुख्यमंत्री चौहान ने किया वैक्सीनेशन केन्द्र का निरीक्षण, देखी व्यवस्थाएं
नागरिकों से बातचीत कर दी वैक्सीन लगवाने की समझाइश 16 और 22 दिसम्बर को भी चलेगा महाअभियान भोपाल, 08 दिसम्बर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को वैक्सीनेशन महाअभियान में राजधानी भोपाल के लालघाटी क्षेत्र में एयरपोर्ट रोड स्थित शासकीय नवल शाह हाई स्कूल परिसर में टीकाकरण कार्य का निरीक्षण किया। उन्होंने यहां विद्यालय में संचालित टीकाकरण केन्द्र की व्यवस्थाएं भी देखीं। उन्होंने कहा कि सभी नागरिक वैक्सीन के दोनों डोज़ लगवाकर कोरोना से बचने का सुरक्षा कवच प्राप्त कर सकते हैं।मुख्यमंत्री ने टीका लगवाने आए नागरिकों से बातचीत की और उन्हें वैक्सीनेशन के महत्व की जानकारी दी। उपस्थित जन-समुदाय को संबोधित भी किया। इस दौरान कलेक्टर भोपाल अविनाश लवानिया उपस्थित थे।मुख्यमंत्री ने वैक्सीन का दूसरा डोज़ लगवाने आयी दाता कॉलानी निवासी संगीता साही से भी बातचीत की और उसके अनुरोध पर साथ में तस्वीर भी खिंचवाई।
तीसरी लहर आने ही न दें, ऐसी कोशिश करें
उन्होंने कहा, हम सभी जानते हैं कि दुनिया में एक बार फिर से कोरोना के नए वेरिएंट का हड़कंप मचा हुआ है। तीसरी लहर की आशंका बताई जा रही है। दूसरी लहर में हम सभी ने अनेक कष्ट सहे हैं, इसलिए प्रदेश-वासियों से प्रार्थना है कि पहली कोशिश यही हो कि हम तीसरी लहर आने ही न दें। वैक्सीन के दोनों डोज़ लगवाएँ, जिससे किसी संकट में न पड़ें।
उन्होंने कहा कि कोरोना के किसी भी वेरिएंट से बचाव का उपाय वैक्सीनेशन ही है। हम सभी को तीसरी लहर का मुकाबला करने के लिए तैयार रहना है। इसके लिए चेहरे को ढंकने या मास्क का उपयोग करने, परस्पर दूरी रखने और अनावश्यक भीड़-भाड़ से बचने की आवश्यकता है। फेस मॉस्क एक कारगर उपाय है, इससे 90 प्रतिशत बचाव हो जाता है। इसे वैज्ञानिकों ने भी माना है। इन सावधानियों के साथ ही वैक्सीनेशन का लाभ लेना है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वैक्सीन नि:शुल्क रूप से नागरिकों को उपलब्ध करवाई है। यदि वैक्सीन के दोनों डोज़ लग जाते हैं तो संक्रमण का खतरा न्यूनतम हो जाता है।
मध्यप्रदेश के नागरिक जागरूक हैं
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में जन-जागरूकता के फलस्वरूप प्रथम डोज़ 94 प्रतिशत और द्वितीय डोज़ 71 प्रतिशत लोगों को लग चुका है। संपूर्ण पात्र आबादी को दोनों डोज़ लगवाना है। जिन्होंने दूसरा डोज़ नहीं लगवाया है और यदि संक्रमण फैलता है तो वे अपने साथ ही पड़ोसियों और अन्य लोगों को संकट में डालने का कार्य करते हैं। इसलिए जिन भी व्यक्तियों ने दूसरा डोज़ नहीं लगवाया है वे इसे अनिवार्य रूप से लगवा लें। बहुत कम ऐसे लोग होंगे जिन्हें पहला डोज़ भी नहीं लगा होगा। उन्हें भी प्राथमिकता से पहला डोज़ लगवा लेना चाहिए। मध्यप्रदेश में 8 दिसम्बर के बाद 16 एवं 22 दिसम्बर को भी वैक्सीनेशन महाअभियान के तहत विभिन्न केन्द्रों पर टीकाकरण किया जाएगा। संक्रमण का बेहतर मुकाबला करने के लिए प्रत्येक व्यक्ति स्वयं के साथ अन्य सभी को वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि हम में से कोई नहीं चाहता कि कभी फिर से लॉकडाउन लगे, जिन्दगी ठहर जाए या व्यापार-धंधे ठप हो जाएं इंसान की जिन्दगी संकट में पड़े। इसके लिए हर व्यक्ति वैक्सीन के दोनों डोज़ लगवाना सुनिश्चित करें।
अस्पतालों में आवश्यक प्रबंध
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी संकट का मुकाबला करने के लिए राज्य तैयार है। अस्पतालों में आवश्यक बिस्तर, ऑक्सीजन प्लांट, कंसन्ट्रेटर और वेंटीलेटर्स के साथ ही सभी आवश्यक व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की जा रही हैं। मंत्रि-परिषद के सदस्य, क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियों के सदस्य, स्वैच्छिक संगठन के पदाधिकारी और जिलों में स्थानीय प्रशासन द्वारा अस्पतालों में सभी व्यवस्थाओं को देखा-परखा जा रहा है। मध्यप्रदेश ने जन-सहयोग से कोरोना पर बेहतर नियंत्रण का उदाहरण प्रस्तुत किया है। हम आने वाले किसी भी संकट का सामना करने के लिए तैयार हैं। प्रयास यही है कि हम आवश्यक उपायों से तीसरी लहर और उसके कारण पैदा होने वाली समस्याओं का आधार समाप्त कर दें।