12 देशों में फैला मंकीपॉक्स, WHO ने दी चेतावनी, कहा- ‘लक्षणों को नजरअंदाज न करें’
कुछ देशों में कोरोना वायरस महामारी के दौरान प्रकोप तेज होता दिख रहा है। इस बीच, डब्ल्यूएचओ ने चेतावनी दी है कि इस लाइलाज और घातक मंकीपॉक्स के मामले तेजी से बढ़ सकते हैं। संगठन का कहना है कि यह बीमारी उन देशों में फैल रही है जहां इसकी उम्मीद नहीं थी। डब्ल्यूएचओ का कहना है कि कोरोना और मंकीपॉक्स दुनिया के सामने एक बड़ी चुनौती है। 15 देशों में अब तक मंकीपॉक्स संक्रमण के 100 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं।
12 देशों में मंकीपॉक्स के मामलों की पुष्टि
जिनेवा में विश्व स्वास्थ्य सभा को संबोधित करते हुए डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस एडनम घेब्रियस ने कहा कि निश्चित रूप से कोरोना महामारी अभी खत्म नहीं हुई है। इसके अलावा, 21 देशों में बच्चों में रहस्यमय हेपेटाइटिस के कम से कम 450 मामले सामने आए हैं। नतीजतन, 12 बच्चों की मौत हो गई है।
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दूसरी ओर, भारत भी मंकीपॉक्स के तेजी से फैलने से सावधान हो गया है। मुंबई के बृहन्मुंबई नगर निगम ने हाल ही में कस्तूरबा अस्पताल में मंकीपॉक्स के संदिग्ध रोगियों के लिए 28-बेड का आइसोलेशन वार्ड स्थापित किया है। हालांकि, देश में अब तक इस बीमारी का एक भी मामला सामने नहीं आया है।
12 देशों में मंकीपॉक्स के मामलों की पुष्टि
मंकीपॉक्स को लेकर केंद्र सरकार की चिंता भी बढ़ गई है। तेजी से फैल रहे संक्रमण को देखते हुए नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल और इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च को अलर्ट जारी कर दिया गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने हवाई अड्डों और बंदरगाहों पर अधिकारियों को मंकीपॉक्स प्रभावित देशों से लौटने वाले किसी भी बीमार यात्रियों को तुरंत अलग करने और उन्हें नमूना परीक्षण के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी, पुणे भेजने का निर्देश दिया है।