बिल गेट्स कक्षा 10 तक आते-आते कंप्यूटर पढ़ाने लगे थे
बिल गेट्स ने कॉरपोरेट जगत में जो मिसाल कायम की है उसमें कोई दो राहे नहीं। बिल गेट्स ने दुनिया की सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी माइक्रोसॉफ्ट की बुनियाद रखी। वे ‘वर्ल्ड रिचेस्ट पीपल’ की श्रेणी में भी आते हैं। क्या आपको पता है बिल गेट्स को किताबी अध्ययन में कोई दिलचस्पी न हो पर उनके दिमाग की दाद आज पूरी दुनिया में है।
बिल गेट्स को कार रेसिंग, गोल्फ और जिग्मा पजल खेलने में मज़ा आता हैं। बिल गेट्स के पिता का नाम विलियम एच गेट्स और माता का नाम मैरी था। उनका जन्म 28 अक्टूबर 1955 को हुआ। बिल बचपन में बेहद शर्मीले थे।
बिल हमेशा अपनी ही दुनिया में खोये रहते थे। यहाँ तक कि वे अपने भाई बहनों के साथ भी घुलमिल नहीं पाते थे। बिल को एकांत में समय बिताना ज़्यादा पसंद था। बिल के साथ बचपन में एक मज़ेदार घटना घटी थी। एक दिन उनकी माँ ने इंटरकॉम के ज़रिये बिल को उसके कमरे में फोन कर पूछा- ‘बिल क्या कर रहे हो?’ बिल ने चिल्लाकर जवाब दिया- ‘मैं सोच रहा हूँ।’ माँ ने चिल्ला कर फिर पूछा- ‘तुम सोच रहे हो?’ इसके बाद बिल ने चिल्ला कर कहा- ‘हाँ! माँ मैं सोच रहा हूँ लेकिन क्या आपने कभी सोचने की कोशिश की है?’ बिल की माँ इस जवाब से चिंतित हो गईं।
इसके बाद वे बिल को काउंसलिंग के लिए ले गईं। मनोवैज्ञानिक को यह समझते देर न लगी कि बिल दूसरों से कहीं अधिक कुशाग्र है। उन्होंने बिल को सही दिशा और रचनात्मकता प्रदान करने की कोशिश की। बिल को इलाज के दौरान किताबें पढ़ने को दी जातीं। यहाँ तक कि कम उम्र में दार्शनिक फ्रायड की किताब पढ़ने को दी गईं। मनोवैज्ञानिक ने बिल की माँ को सलाह दी कि वे उसे अपनी राह पर चलने दें।
इसके बाद बिल का दाखिला सिएटल के सबसे महंगे स्कूल लेकसाइड में करवाया गया। इसी स्कूल में उनकी मुलाकात अपने सबसे प्यारे दोस्त कंप्यूटर से हुई। उनके स्कूल के दोस्तों में केट इवांस और पॉल एलन सबसे प्रमुख थे। इन दोस्तों के साथ मिलकर बिल ने महज 13 साल की उम्र में सॉफ्टवेयर और प्रोग्रामिंग डेवलप करनी शुरू कर दी। अन्य किसी विषय में महारथ हासिल न कर पाने वाला बिल कक्षा 10 तक आते-आते कंप्यूटर पढ़ाने भी लगा था। इसी दौरान बिल ने ‘ट्राफ ओ डाटा’ नाम की एक छोटी सी कंपनी खड़ी कर दी।
इसके जरिए 14 साल की उम्र में उन्होंने 20 हज़ार डॉलर कमाए। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।