रात में हुई शादी, सुबह दूल्हे ने ये वजह बता कर पत्नी को घर से निकाला, वजह जानकर आप भी होंगे हैरान
रात में शादी हुई और कई हसीन सपने संजोए दुल्हन अपने ससुराल पहुंची। ससुराल में उसके आने की खुशी दिखी और सास ने घर आई बहू की आरती उतारी। फिर दुल्हन की मुंह दिखाई की रस्म शुरू हुई, जैसे ही उसके सिर से महिलाओं ने घूंघट हटाया तो किसी महिला की नजर लड़की के सिर की ओर गई। कानो-कान घर में बात फैल गई कि लड़की के सिर में जख्म है और उसके बाल नहीं हैं।
इतना सुनना था कि दूल्हे ने अपने ससुराल फोन किया और कहा कि अपनी बेटी को वापस ले जाओ, मैं नहीं रखने वाला। जब एक घंटे तक कोई भी दुल्हन को मायके से लेने के लिए नहीं आया तो दूल्हे ने दुल्हन को घर से निकलने का फरमान जारी कर दिया गया।
शादी के जोड़े में दुल्हन को घर से निकाल दिया गया तो वह रोती बिसूरती बस स्टैंड पहुंची, जहां उसे लेने उसके बहनोई पहुंचे थे। दुल्हन उन्हें देखते ही रोने लगी और उसे देखकर आसपास के लोग इकट्ठा हो गए। पूरी जानकारी मिलते ही स्थानीय ग्रामीणों की भीड़ जुट गई।
लोगों ने नवविवाहिता के ससुराल वालों के प्रति आक्रोश जताया तो ससुराल वालों को लगा कि मामला बिगड़ रहा है। स्थानीय लोगों ने दुल्हन के माता-पिता के बिना वापस ससुराल भेजने से मना कर दिया। आनन-फानन में दूल्हा व उनके पिता पहुंचे और लोगों के आक्रोश को देखते हुए दुल्हन को वापस ले जाने की बात कही।
बाद में गांव के लोगों ने दुल्हन के माता-पिता व ससुराल वालों की मौजूदगी में नवविवाहिता को पति के घर भेजा। इससे पूर्व दोनों समधी आपस में गले मिले और वादा किया कि ससुराल में लड़की को किसी भी प्रकार की तकलीफ नहीं होगी। मौके पर वार्ड सदस्य राधा देवी, केदार महतो, भीखन महतो, अमजद अंसारी आदि उपस्थित थे।
घटना बेगूसराय के वीरपुर प्रखंड के भवानंदपुर निवासी राजू चौधरी के पुत्र अजीत चौधरी की शादी 25 नवंबर की रात्रि पकठौल निवासी दिनेश चौधरी की पुत्री सिंकू कुमारी के साथ हिंदू रीति-रिवाज से हुई। रविवार की सुबह जब वह विदा होकर पति के साथ अपनी ससुराल पहुंची तो पति ने साथ रखने से यह कह कर मना कर दिया कि दुल्हन के सिर में जख्म है और उसके बाल नहीं हैं।