छाती की बीमारी के लक्षण व इलाज बहुत से लोगो को नहीं पता
याद रखने वाली बातें:
साधारण जुकाम के बाद कई बच्चें और बड़े लोगों को 3 हफ़्तों तक खांसी करते रहती है। और खांसी बच्चों में होना आम बात है खासकर उनके स्कूल जाने से पहले की उम्र तक। जुकाम अस्थमा, छाती में इन्फेक्शन और सिगरेट के धुए से खांसी होती है।
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सरकारी नौकरी करने के लिए बंपर मौका 8वीं 10वीं 12वीं पास कर सकते हैं आवेदन4 हफ़्तों से ज़्यादा खांसी साधारण नहीं होती और वह छाती की बीमारी का लक्षण हो सकती है। अगर आपके किसी अपने को खांसी, बुखार है तो उनको को डॉक्टर को दिखाए। अगर आपके बच्चें या किसी बड़े को सांस लेने में मुश्किल या खांसी को 4 हफ्ते हो जाये तो तुरंत डॉक्टर के पास जाये।
खांसी का इलाज
ज़्यादातर खांसी को इलाज की ज़रुरत नहीं होती, वह अपने आप 3-4 हफ़्तों में ठीक हो जाती है।
सिगरेट के धुए से बचाये
खांसी की दवाई खांसी ठीक करने के लिए पूरी तरह से सक्षम नहीं होती।
श्वसन पथ की इन्फेक्शन से हुई खांसी को ठीक करने के लिए शहद बेहद लाभदायक है।
खासकर 12 महीने से छोटे बच्चें को शहद न दे क्यूंकि उससे वह बीमार पड़ सकता है।
वायरल इन्फेक्शन से हुई खांसी को एंटीबायोटिक ठीक नहीं कर सकते।
अगर आपके डॉक्टर को लगता है कि आपको खांसी छाती या गले में बैक्टीरियल इन्फेक्शन से है तो वह आपको एंटीबायोटिक देते है।