डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद हो सकती है लीची, जानिए…
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक ज्यादा लीची के सेवन से गले में खराश और इंफेक्शन भी हो सकता है।
क्या मधुमेह रोगी लीची खा सकते हैं?
एक शोध के अनुसार लीची में एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-डायबिटिक और इम्यूनोमॉड्यूलेटरी गुण होते हैं। जो शरीर में इंसुलिन की मात्रा को बढ़ाते हैं। इसलिए लीची मधुमेह के रोगियों के लिए फायदेमंद होती है। (blood sugar)
शुगर फ्री फल क्या हैं?
मधुमेह के रोगियों को फलों को लेकर काफी सावधान रहने की जरूरत है। ऐसे कई फल हैं जो रोगी के रक्त शर्करा को बढ़ा सकते हैं, जबकि कुछ फल ऐसे होते हैं जिन्हें शुगर फ्री माना जाता है।
उदाहरण के लिए, बिना चीनी वाले फलों में एवोकाडो नाम शामिल है। मधुमेह के रोगी कीवी और संतरे का सेवन कर सकते हैं।
लीची का क्या प्रभाव होता है?
मधुमेह के रोगियों के लिए लीची हानिकारक नहीं है, क्योंकि लीची को एक गर्म फल माना जाता है। इसलिए बहुत अधिक लीची का सेवन करने से पेट गर्म हो सकता है, जिससे नाक से खून आना, दस्त, बुखार या गले में खराश हो सकती है। इसलिए लीची का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए।
मधुमेह के रोगी कितनी लीची का सेवन कर सकते हैं?
लीची मधुमेह के रोगियों के लिए एक प्रतिरक्षा बूस्टर के रूप में कार्य करती है। मधुमेह रोगियों की रोग प्रतिरोधक क्षमता अक्सर बहुत कमजोर होती है। नतीजतन, वे अक्सर बीमार पड़ जाते हैं।
लेकिन लीची के सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाया जा सकता है। लीची के बारे में डॉक्टरों का कहना है कि मधुमेह रोगियों को अपनी कैलोरी को लेकर बेहद सावधान रहने की जरूरत है। अपने पोषण विशेषज्ञ से सलाह लें और समझें कि लीची का सेवन सही मात्रा में कितना करना चाहिए।
(अस्वीकरण : हम उपरोक्त लेख में उल्लिखित किसी भी प्रथा, विधियों या दावों का समर्थन नहीं करते हैं।
उन्हें केवल सलाह के रूप में लिया जाना चाहिए। ऐसे किसी भी उपचार/दवा/आहार को लागू करने से पहले डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।)