रात को सोते समय म्यूजिक सुनने से हो सकती है खतरनाक बीमारी
ऐसे में हम शरीर को किसी और साउंड पर निर्भर कर रहे हैं जो पूरी तरह से नुकसानदेह है। अगर आप नियमित रूप से आर्टिफिशल साउंड सुनकर सोने की आदत डाल रहे हैं तो यह पूरी तरह से अनहेल्दी है।
म्यूजिक सुनने से हमारी नींद इसलिए भी प्रभावित होती है क्योंकि म्यूजिक सुनने के लिए हम अपने स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते हैं जिससे की हमारा फोन पूरे समय हमारे पास ही रहता है। यहां तक की आराम करने और सोने के दौरान भी हमारा फोन हमारे पास ही रहता है। इस वजह से हमारा ब्रेन रेस्ट करने के दौरान भी ऐक्टिव मोड में रहता है और उसे आराम नहीं मिलता है।
जब आप म्यूजिक सुनते हुए सो जाते हैं तब आपका ब्रेन पूरी तरह से सो नहीं पाता। इसके कुछ पार्ट ऐक्टिव ही रहते हैं जिससे कि नींद सही नहीं आती और आप बीच रात में ही उठ जाते हैं। आपको 8 घंटे की पूरी नींद नहीं मिल पाती और आपकी हार्ट बीट भी नॉर्मल की तुलना में तेज हो जाती है, जो कि सेहत के लिए काफी नुकसानदेह है। सोते वक्त ईयरफोन लगे रहने से आपका कान डैमेज हो सकता है। अगर हाई वॉल्यूम में म्यूजिक चलाकर सो जाएं तो बॉडी में और भी हार्मफुल इफेक्ट हो सकते हैं। सोते वक्त कान में ईयरफोन लगा रहे तो कान की स्किन पर प्रेशर पड़ता है और स्किन संबंधित समस्या होती है। इससे कानों में वैक्स भी बनता है और आपके सुनने की क्षमता भी प्रभावित हो सकती है।
हर रात सेफ और अच्छी नींद सोना हर व्यक्ति की प्राथमिकता होनी चाहिए। अगर ऐसा सच में है कि म्यूजिक सुनने से आपको अच्छी नींद आ रही है तो जरूर सुनें लेकिन इयरफोन लगाकर न सोएं और ये आपके हेल्थ को नुकसान न पहुंचाएं। फोन को बेड से दूर रखें और कम आवाज में रेडिओ पर म्यूजिक सुनें। इससे आपकी बॉडी का नैचरल स्लीपिंग पैटर्न प्रभावित नहीं होगा। ये याद रखना जरूरी है कि म्यूजिक आपके मूड को लाइट करता है जिससे आपको नींद आती है लेकिन इससे आपको कभी गहरी नींद नहीं आ सकती। इसलिए सोने के लिए पीसफुल रिलैक्सिंग म्यूजिक पर निर्भर न रहें बल्कि ऐसी हैबिट और लाइफस्टाइल चुनें जिससे की रात में आप गहरी नींद में सो सकें।