जानिए क्यों होता है गणपति विसर्जन – क्या है ऐसा करने का कारण?
आज हम आपको एक ऐसी चीज़ के बारे में बताने वाले है जिसके बारे में जानकर आपको दुनिया का भी पता चलेगा और भगवान् का भी पता चलेगा जिससे आप जीवन में काफी सफलता प्राप्त कर सकोगे और आपको जीवन की सच्चाई का पता चलेगा। पूरा देश इस वक्त गणेश उत्सव में डूबा हुआ है।
वैसे तो बहुत लोग गणपति को 3 दिन, 5 दिन या 7 दिन भी रखते हैं लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि ये ‘विसर्जन’ क्यों होता है और इसका महत्व क्या है, नहीं तो चलिए हम आपको बताते हैं।
दरअसल ‘विसर्जन’ शब्द संस्कृत के शब्द से मिलकर बना है, जिसका नाम है ‘पानी में विलीन होना’, ये सम्मान सूचक प्रक्रिया है, जिसका मकसद सिर्फ ये बताना है कि इंसान जिन पंचतत्व से मिलकर बना है, एक दिन उसी में वो मिल जाएगा।
जैसे कि गणेश जी को मूर्त रूप में आने के लिए मिट्टी का सहारा लेना पड़ता है, मिट्टी प्रकृति की देन है लेकिन जब गणेश जी पानी में विलीन होते हैं तो मिट्टी फिर प्रकृति में ही मिल जाती है।
मतलब ये कि जो लिया है उसे लौटाना ही पड़ेगा, खाली हाथ आये थे और खाली हाथ ही जाना पड़ेगा, इसलिए ‘विसर्जन’ की परंपरा बनाई गई है।