पहलवानों के समर्थन में खाप की महापंचायत 28 मई को नई संसद के सामने
यौन उत्पीड़न के आरोप में भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पहलवानों को धरने पर बैठे हुए एक महीने से अधिक हो गया है। इस बीच प्रदर्शनकारी पहलवानों को देशभर से समर्थन मिल रहा है। कई राजनीतिक दलों के साथ किसान यूनियन और खाप पंचायत भी पहलवानों के समर्थन में आगे आ रहे हैं।उत्तर भारत की सबसे बड़ी खाप पंचायत पालम ने 360 ग्राम प्रधानों के समर्थन में कई बार बैठक की और गुरुवार को जींद के खरखर टोल में फिर से बैठक की। इसमें 28 मई को नई संसद के समक्ष होने वाली महापंचायत को लेकर रणनीति पर चर्चा हुई। पंचायत के बाद बहादुरगढ़ में पालम 360 के प्रधान चौधरी सुरिंदर सोलंकी ने महिलाओं व युवाओं को आमंत्रित किया
और कहा कि सर्व खाप पंचायत में लिए गए निर्णय के अनुसार महिलाओं व युवाओं की नए सिरे से महापंचायत की जाएगी. 28 मई को मैंने संसद भवन से लाखों लोगों तक पहुंचने की अपील की थी. अधिकारों के लिए आवाज उठाते हुए सोलंकी महिला पहलवानों को न्याय दिलाने के लिए आगे आईं पूर्ण इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हम सरकार और दिल्ली पुलिस से अपील करते हैं कि किसी भी कॉमरेड को सीमा और दिल्ली के भीतर महापंचायत में आने से न रोकें. पिछले 31 दिनों से हम शांतिपूर्ण ढंग से आंदोलन चला रहे हैं और महापंचायत शांतिपूर्ण तरीके से कराएंगे।
अगर पुलिस प्रशासन व सरकार द्वारा किसी को रोका जाता है तो माहौल खराब करने की जिम्मेदारी सरकार व पुलिस प्रशासन की होगी। उन्होंने किसान संगठनों को भी आमंत्रित किया कि उन किसानों इस महापंचायत को भारी संख्या में समर्थन देना और महिला पहलवानों को उनका हक दिलवाने में सहयोग करना। सोलंकी ने कहा कि हालांकि महामहिम राष्ट्रपति को नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित नहीं किया गया था, लेकिन खाप पंचायत और देश की 70 करोड़ महिलाओं की ओर से हम उन्हें इस महापंचायत में आने के लिए आमंत्रित करते हैं ताकि पहलवान बन सकें. प्रोत्साहित किया जा सके और उन्हें त्वरित न्याय दिया जा सके