महिलाएं इस तरह रखें अपने हाइजीन का ख्याल
हाइजीन का ख्याल
हाइजीन यानी साफ सफाई की आदत, समय समय पर हाथ धोना, नहाना, दांतों को साफ रखना, शरीर के अंगों की सफाई, स्वच्छ तरीके से भोजन तैयार करना, घर को साफ सुथरा रखना जैसे बातें आप के साथ साथ पूरे परिवार को भी स्वस्थ रखती हैं। हाइजीन का महत्व महिलाओं के लिए ज्यादा होता है। इस की निम्न वजह हैं।
पसीना, पीरियड और वैजाइनल डिस्चार्ज वगैरह स्त्री के लिए उस के पर्सनल हाइजीन को आवश्यक बनाते हैं। ताकि शररी से किसी तरह की दुर्गंध न आए, इन्फैक्शन का खतरा न रहे और सेहत दुरूस्त रहे।
स्त्री पूरे परिवार के लिए खाना तैयार करती है, बच्चों की देखभाल करती है। ऐसे में उस के द्वारा दूसरों में कीटाणु और बीमारियां फैलने का खतरा ज्यादा रहता है। अतः उसे हाइजीन का ख्याल रखना बहुत जरूरी है।
हाथ रखें स्वच्छ
स्त्रियों के लिए हाथ धोना महत्वपूर्ण है। बहुत से कामों के बाद हाथ धोने की जरूरत होती है। इसमें किसी तरह की कोताही नहीं बरतनी चाहिए। क्योंक यह पूरे परिवार को सेहत का मामला है।
कब हाथ धोएं
- टॉयलेट जाने के बाद
- बच्चों को पौटी साफ करने के बाद
- बच्चो की नैपी बदलने के पर
- घर की साफ सफाई करने े बाद
- खाना बनाने और परोसने से पहले
- छोटे बच्चों को खाना खिलाने/दूध पिलाने से पहले
- खाना खाने पहले
- बच्चों साथ बाहर खेलने के बाद
- गार्डनिंग का काम करने के बाद
हाथ धोने में हडबड़ी न करें, हाथों में अच्छी तरह से तरकरीबन 20 सैकेंड तक साबुन लगाएं, फिर अच्छी तरह हाथ पानी में धोए और तौलिए से पौछें।
हाईजीन के फायदे
हाथों की सफाईः यह जीवाणुओं को फैलने से रोकते हैं।
मैंसटुअल हाइजीन : पीरियड के समय टैंपोन/सैनिटरी नैपकिन हर 4 घंटे पर बदलना और उस दौरान साफ सफाई रखना कठोर की दुर्गंध, इन्फैक्शन और स्किन इरिटेशन से बचाता है।