जीते जी नर्क की याद दिला देता है ये बौद्ध मंदिर। अजीबोगरीब मंदिर!!
इन्सान की मौत होने के बाद उसकी आत्मा कहाँ जाती है ये कोई नहीं जानता , लेकिन धर्मो के अनुसार कई लोग मानते है की मरने के बाद इन्सान की आत्मा स्वर्ग या नर्क में जाती है | जो इन्सान ज्यादा पुण्य करता है उसकी आत्मा स्वर्ग में जाती है और जो इन्सान ज्यादा पाप करता है उसकी आत्मा नर्क में जाती है |
पाप और पुण्य ग्रंथो और पुराणों में स्थित है , और स्वर्ग-नर्क का भी जिक्र उसमे किया गया है , दुनिया में कई अजीबोगरीब मंदिर है , कुछ यमराज के भी मंदिर है जो पापीओ को दंड देनेवाले देवता कहे जाते है | लेकिन आप जानकर हैरान रह जायेंगे की एक बौद्ध मंदिर एसा भी है जो पापीयो को नर्क की याद दिलाता है |
बौद्ध मंदिर अक्सर शान्ति और पवित्रता के माहोल से जुड़े रहेते है , लेकिन थाईलैंड में एक ऐसा मंदिर है जो नर्क से कम नहीं लगता | क्योंकि इस मंदिर में ऐसी थीम बनाई गई है जो असली नर्क जैसी दिखती है |
मेलऑनलाइन की रिपोर्ट के मुताबिक चियांग माई में नर्क मंदिर नाम से मशहूर “वैट मे कैट नोई” मंदिर में ऐसी कई भयानक मूर्तिया है , इसके अलावा कई ऐसी संरचनाए है जो अत्याचार और पीड़ा का प्रदर्शन करती है | ये मूर्तिया सबको ये दिखाना चाहती है की पाप करने का परिणाम क्या मिलेगा नर्क में ?
ये सभी संरचनाए एक भिक्षु ने स्थापित की है , जो श्रद्धालुओ को ये दिखाना चाहते थे की पाप करने का परिणाम क्या होता है? हम सभी जानते है स्वर्ग और नर्क में क्या होता है ,लेकिन ये मंदिर सबसे अलग है | यह मंदिर जन्मदिन , शादी और अन्तिम संस्कार के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया है | इस मंदिर की स्थापना बौद्ध भिक्षु प्रा कृ विशाल जलिकोन ने की थी , जिनके मन में मंदिर लिए एक अलग ही विचार था | उन्होंने बताया की में लोगो को डराना चाहता था , में उन्हें नर्क और पाप से डराना चाहता था , उन्हें शर्म महसूस करवाना चाहता था |
इस मंदिर में मृत्यु के बाद नर्क में किस तरह की यातनाए दी जाती है | इसका प्रदर्शन करनेवाली मूर्तिया स्थापित की गई है , यहाँ की हर मूर्ती नर्क की पीड़ा और कष्टों का संकेत देती है | इस मंदिर में लोग अपने पापो का प्रायश्चित तथा पश्चाताप करने के लिए आते है , स्थानीय लोगो में मान्यता है की जो यहाँ के दर्शन कर लेता है वो अपने पापो का प्रायश्चित कर लेता है |