आयरन की कमी से होतीं है 5 गंभीर बीमारियां, चौथी बीमारी है काफी खतरनाक
शरीर में बहुत तरह के मिनरल, प्रोटीन, विटामिन आदि तत्व होते है जो हमारे शरीर का संतुलन बनाए रखते है। लेकिन किसी भी तत्व की कमी या अधिकता से शरीर रोगग्रस्त भी हो जाता है। इसलिए इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए की सभी पौष्टिक तत्व जरूरत के आधार पर लिए जाए। इसका सबसे आसान तरीका है प्रतिदिन संतुलित भोजन। रोजाना संतुलित भोजन लेने से शरीर में कभी किसी पौष्टिकता की कमी नहीं आएगी। शरीर में आयरन की कमी अगर नुकसानदायक है तो इसकी अधिकता भी शरीर को कम नुकसान नहीं पहुँचाती। शरीर में आयरन की पूर्ति जरूरी है लेकिन एक संतुलित मात्रा में।
20 ग्राम से अधिक शरीर में आयरन होने से व्यक्ति में हीमोक्रोमेटिक रोग के आसार नजर आने लग जाते हैं और आयरन की कमी से एनीमिया यानी खून की कमी जैसी गंभीर समस्या जन्म ले लेती है जो बहुत ही घातक है। आयरन इसलिए भी जरूरी है क्योंकि मानव शरीर हेमोग्लोबिन बनाने में आयरन का उपयोग करता है। आज हम आपको आयरन की कमी से होने वाली 5 गंभीर बीमारियों के बारे में बताएँगे। आइये जानते हैं उन बीमारियों के बारे में।
1.अत्यधिक थकान होना
आयरन डेफिशियेंसी के सबसे आम लक्षणों में से एक है बहुत थका हुआ महसूस करना। आयरन डेफिशियेंसी के कारण हमारे शरीर को हीमोग्लोबिन बनाने में परेशानी होती है, जो लाल रक्त कोशिकाओं से आयरन अवशोषित करता है। हीमोग्लोबिन शरीर के चारों ओर ऑक्सीजन ले जाने में मदद करता है और शरीर में ऊर्जा का स्तोत्र होता हैं। जब शरीर में पर्याप्त हीमोग्लोबिन नहीं होता है तो ऊत्तकों और मांसपेशियों तक कम ऑक्सीजन पहुंच पाती है जिससे शरीर में ऊर्जा की कमी रहती है।
2.श्वसन सम्बन्धी बीमारियां
हीमोग्लोबिन हमारे शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं को शरीर के चारों ओर ऑक्सीजन ले जाने में सक्षम बनाता है। जब आयरन डेफिशियेंसी के दौरान हीमोग्लोबिन शरीर में कम होता है तो ऑक्सीजन का स्तर भी कम होता है। ऐसे में मांसपेशियों को सामान्य गतिविधियों को करने के लिए पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाती और श्वास की दर में वृद्धि हो जाती है। इसी कारण सांस की तकलीफ आयरन डेफिशियेंसी वाले लोगों में एक आम लक्षण होता है।
3.सिरदर्द और चक्कर आना
आयरन डेफिशियेंसी सिरदर्द का कारण बन सकती है। सिरदर्द और चक्कर आना आयरन डेफिशियेंसी का संकेत हो सकता है। हीमोग्लोबिन की कमी का मतलब है कि पर्याप्त ऑक्सीजन का मस्तिष्क तक ना पहुंच पाना और जिसके कारण रक्त वाहिकाओं में सूजन और दबाव पैदा होता है जो सिरदर्द का कारण बनता हैं।
4.दिल की बीमारियां
आयरन डेफिशियेंसी से शरीर में हीमोग्लोबिन का निम्न स्तर होता है जिसके कारण दिल को शरीर तक ऑक्सीजन ले जाने के लिए बहुत मेहनत करनी होती है। ये दिल की बीमारी का एक मुख्य कारण भी होता हैं। इससे हार्ट अटैक के भी चांस बढ़ जाते हैं।
5. एनीमिया
एनीमिया अथवा रक्ताल्पता का साधारण मतलब रक्त की कमी है। यह लाल रक्त कोशिका में पाए जाने वाले एक पदार्थ (कण) रूधिर वर्णिका यानि हीमोग्लोबिन की संख्या में कमी आने से होती है। हीमोग्लोबिन के अणु में अनचाहे परिवर्तन आने से भी रक्ताल्पता के लक्षण प्रकट होते हैं। हीमोग्लोबिन पूरे शरीर मे ऑक्सीजन को प्रवाहित करता है और इसकी संख्या मे कमी आने से शरीर मे ऑक्सीजन की आपूर्ति मे भी कमी आती है जिसके कारण व्यक्ति थकान और कमजोरी महसूस कर सकता है। यह रोग मुख्यतः आयरन की कमी से होता है।