रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने, संक्रमण के खतरे को कम करने के लिए आहार में इन दो जड़ी-बूटियों को शामिल करें
Sabkuchgyan Team, नई दिल्ली, 12 जनवरी 2022. पिछले दो साल से व्याप्त कोरोना महामारी और मौजूदा ओमेक्रोन संक्रमण की शुरुआत को रोकने के लिए खान-पान और नींद पर ध्यान देना जरूरी है। आयुर्वेद में भी शारीरिक फिटनेस बढ़ाने के लिए कई जड़ी-बूटियों का जिक्र है, लेकिन दो जड़ी-बूटियां इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने में ज्यादा कारगर बताई जाती हैं।
ये जड़ी-बूटियां संक्रमण के जोखिम को कम करने में भी मदद कर सकती हैं। शरीर को हर दिन इन दवाओं की जरूरत होती है। इनका उपयोग मसालों में किया जाता है। वे हैं ‘काली मिर्च’ और ‘लौंग’। आइए इन जड़ी बूटियों के आहार महत्व और औषधीय गुणों को देखें।
लौंग में विटामिन सी, मैंगनीज और फाइबर सहित कई प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। जो शरीर में कोशिकाओं को संक्रमण से बचाने में मदद करते हैं। इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने के लिए लौंग को डाइट में शामिल करना फायदेमंद होता है।
काली मिर्च को पोषक तत्वों का खजाना माना जाता है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। जो सूजन की समस्या को कम करता है। साथ ही लौंग ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में फायदेमंद मानी जाती है। ब्लैकहेड्स को पोषण देने और स्वस्थ रहने के लिए आहार में शामिल करने की आवश्यकता है।
मौजूदा महामारी के दौरान मसालों में लौंग और काली मिर्च का इस्तेमाल किया जाता है। इन दोनों जड़ी बूटियों का नियमित सेवन मौसमी बीमारियों से सुरक्षा प्रदान कर सकता है।
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