इस तरह करें शनिवार का व्रत शनिदेव को करें प्रसन्न होंगी कई परेशानियां दूर
शनिदेव शनिवार का व्रत सप्ताह के अन्य दिन रखे जाने वाले व्रत से कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण होता है और इस दिन उपवास रखना बहुत फायदेमंद माना जाता है। जिन लोगों की कुंडली में शनि ग्रह कमजोर है, उन्हें यह व्रत रखने की सलाह दी जाती है। इस दिन व्रत रखने से शनि देव प्रसन्न होते है और आपकी कुंडली में शनि ग्रह मजबूत होता है।
अगर आप शनिवार का व्रत करने की सोच रहे है तो किसी भी महीने के शुक्ल पक्ष के पहले शनिवार से इसकी शुरुआत कर सकते है। आपको यह कम से कम 11 शनिवार तक यह व्रत रखना चाहिए। अगर आप इस दिन व्रत रखते है तो सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और काले या नीले रंग के कपड़ें। इसके बाद लोहे से बनी शनि देव की मूर्ति की पूजा करना बेहद शुभ माना जाता है। पूजा में काले फूल, काले तिल और काले रंग के वस्त शनि देव को चढ़ाएं। इसके साथ ही आपको शनि देव के मंत्रों का जाप भी करना चाहिए।
इस व्रत में भोजन सूर्यास्त के बाद 2 घंटों के अंदर करना चाहिए। इस दिन आप शनिदेव के मंदिर जाकर उन्हें काले तिल, सरसों का तेल, उड़द की दाल चढ़ा सकते है।
शनि की साढ़े साती, ढैय्या, महादशा और अंतर्दशा से पीड़ित लोगों के लिए शनिवार के दिन व्रत करना बहुत फायदेमंद रहता है। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन व्रत करने से आपको जोड़ों में दर्द, पीठ में दर्द जैसी कई शारीरिक समस्याओं से छुटकारा मिलता है। इसके साथ ही आपका तनाव भी कम होता है।