इस शहर में 50 रुपए में ‘दम’ तो 100 में मिलती है ‘मस्ती’ या ‘टिकट’
नई सरकार बनते ही मध्यप्रदेश के मुखिया बने कमलनाथ द्वारा पुलिस को दिए नशामुक्त राज्य बनाने के लिए सख्त व प्रभावी कार्रवाई के निर्देश के बाद से ही लगातार पूरे प्रदेश में पुलिस नशे के सौदागरों और नशेड़ियों की न केवल धरपकड़ में लगी हुई है बल्कि, उन पर सख्त कार्रवाई कर जेल भी पहुंचा रही है।
इसके तहत बीते कुछ महीनों में प्रदेश की राजधानी भोपाल सहित, जबलपुर, ग्वालियर जैसे महानगरों व अन्य कई नगरों में पुलिस लगातार छापामारी भी कर रही है।
मुखबिर से सूचना मिलने पर गुरूवार – शुक्रवार की रात जब पुलिस ने भोपाल के इतवारा क्षेत्र के एक मकान में छापामारकर तलाशी की तो यह देखकर दंग रह गई कि, फर्श खोदकर मादक पदार्थ छुपाया गया है। इतवारा में छापे के दौरान पुलिस ने जब मकान के फर्श पर बिछी चटाई हटाई तो करीब 2 फीट गहरा गड्ढा नजर आया। उसमें से भारी मात्रा में मादक पदार्थ बरामद हुआ।
बता दें कि, पुलिस जरूर काफी गंभीरता से नशे के खिलाफ सक्रिय है। लेकिन नशे का कारोबार की राज्य के कई शहरों में जड़ें गहरे जम चुकी हैं। गत दिनों शिवपुरी में एक स्मैक की आदी एक लड़की की खबर तो आप पढ़ ही चुके होंगे। हालांकि, शिवपुरी में ही कई और ड्रग एडिक्ट लड़के – लड़कियां होने की खबर है। यही खबर दतिया व भिण्ड की भी है।
जानकारी के मुताबिक नशे के सौदागरों का नेटवर्क आंध्रप्रदेश, नेपाल, बिहार के अलावा राजस्थान, मंदसौर के बड़े स्मगलरों से जुड़ा हुआ है।
बताया जाता है कि, राजधानी की कई बस्तियों में गांजा ‘दम’ या ‘बूटी-सूटी’ के कोडनाम से 50 रुपए की पुड़िया में मिलती है। इसी तरह ब्राउन शुगर (स्मैक) की खुराक 100 रुपए में ‘मस्ती’ या ‘टिकट’ के कोडनाम से मिल जाती है।
बताया जाता है कि राजधानी व राज्य के अन्य जिलों में गांजा आंध्रप्रदेश, बिहार, पंजाब, व नेपाल के रास्ते पाकिस्तान से आ रहा है।