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आप महादेव के भक्त हैं तो इन बातों को जरूर जान लें

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बाबा महादेव सब पर कृपा बरसाते हैं। उनके द्वार पर आया कोई भी जातक कभी खाली हाथ नहीं लौटता यही वजह है कि दुनिया में सबसे ज्यारदा भक्तगण महादेव के ही हैं। यदि आप भी हैं शिव के भक्त तो आपको इन खास बातों का ध्यान जरूर होना चाहिए।

भगवान शिव का कोई माता-पिता नही है, उन्हें अनादि माना गया है। मतलब, जो हमेशा से था, जिसके जन्म की कोई तिथि नही।

कथक, भरत नाट्यम करते वक्त भगवान शिव की जो मूर्ति रखी जाती है, उसे नटराज कहते है। किसी भी देवी-देवता की टूटी हुई मूर्ति की पूजा नही होती लेकिन शिवलिंग चाहे कितना भी टूट जाए फिर भी पूजा जाता है।

शंकर भगवान की एक बहन भी थी अमावरी। जिसे माता पार्वती की जिद्द पर खुद महादेव ने अपनी माया से बनाया था। भगवान शिव और माता पार्वती का एक ही पुत्र था, जिसका नाम था कार्तिकेय..। गणेश भगवान तो मां पार्वती ने अपने उबटन शरीर पर लगे लेप से बनाए थे।

भगवान शिव ने गणेश जी का सिर इसलिए काटा था क्योंकि गणेश ने शिव को पार्वती से मिलने नही दिया था। उनकी मां पार्वती ने ऐसा करने के लिए बोला था।

भोले बाबा ने तांडव करने के बाद सनकादि के लिए चौदह बार डमरू बजाया था, जिससे माहेश्वर सूत्र यानि संस्कृत व्याकरण का आधार प्रकट हुआ था।

शंकर भगवान पर कभी भी केतकी का फूल नहीं चढ़ाया जाता क्योंकि यह ब्रह्मा जी के झूठ का गवाह बना था।

शिवलिंग पर बेलपत्र तो लगभग सभी चढ़ाते है लेकिन इसके लिए भी एक ख़ास सावधानी बरतनी पड़ती है, कि बिना जल के, बेलपत्र नही चढ़ाया जा सकता।

शंकर भगवान और शिवलिंग पर कभी भी शंख से जल नही चढ़ाया जाता क्योंकि शिव जी ने शंखचूड़ को अपने त्रिशूल से भस्म कर दिया था। आपको बता दें, शंखचूड़ की हड्डियों से ही शंख बना था।

भगवान शिव के गले में जो सांप लिपटा रहता है ! उसका नाम है वासुकि है। यह शेषनाग के बाद नागों का दूसरा राजा था। भगवान शिव ने खुश होकर इसे गले में डालने का वरदान दिया था। चंद्रमा को भगवान शिव की जटाओं में रहने का वरदान मिला हुआ है।

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