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अगर आपके साथ हो रहा है ये सब तो सावधान ! मौत का समय है नजदीक

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इंसान की मौत कब आ जाए उसके बारे में किसी को कुछ भी पता नहीं चलता। पता ही नहीं चलता कि कब कोई हस्ता खेलता इंसान मौत के करीब चला जाता है। लेकिन पुराणों के अनुसार भगवान शिव ने स्वयं कुछ ऐसे लक्षणों को बताया है जो मृत्यु के नजदीक होने जैसी बात को स्पष्ट करते हैं।

बदल जाता है चेहरे का रंग- मान्यताओं के अनुसार जब व्यक्ति के चेहरे का रंग पीला, सफेद या हल्का लाल पड़ने लगता है तो ये इस बात का लक्षण है कि 6 महीने के भीतर उसकी मौत निश्चित है।

छोड़ देती है परछाई साथ- सामान्य तौर पर जब हम तेल या पानी में झांकते हैं तो हमें उसमें अपना अक्स नजर आने लगता है लेकिन जिस व्यक्ति की मौत नजदीक है उसे वह अक्स नजर नहीं आता।

नहीं दिखाई देता चेहरा-

पानी और तेल के साथ-साथ शीशे और धूप में भी उसकी परछाई उसका साथ छोड़ जाती है। इसका अर्थ है आगामी 6 महीनों के भीतर उसकी आत्मा उसका शरीर त्याग देगी।
सब कुछ दिखाई देता है काला- मौत से कुछ समय पहले व्यक्ति को सब चीज काली नजर आने लगती है। वह रंगों के बीच अंतर करना बंद कर देता है, उसे सब कुछ काला ही नजर आने लगता है।

फड़कने लग जाता है बाया हाथ- वैसे इस लक्षण को पुख्ता तौर पर मान्य नहीं कहा जा सकता लेकिन ऐसा माना जाता है कि जिस व्यक्ति का बायां हाथ लगातार एक सप्ताह तक फड़कता रहता है तो यह इस बात को सिद्ध करता है कि एक माह के भीतर उस व्यक्ति की मौत हो जाएगी।

इन्द्रियों में कड़ापन- मनुष्य के पास पांच सेंस ऑर्गन अर्थात इन्द्रियां होती हैं लेकिन अगर धीरे-धीरे उन इन्द्रियों में कड़ापन आने लगे तो यह उस व्यक्ति की मौत को स्पष्ट करता है।

दिखाई नहीं देता नाक- समय जैसे-जैसे बीतता है वह व्यक्ति अपनी नाक को नहीं देख पाता। सामान्य तौर पर धुंधला ही सही लेकिन हम अपनी नाक को देख सकते हैं लेकिन जिस व्यक्ति की मौत होने वाली होती है उसकी आंखें ऊपर की ओर मुड़ने लगती हैं जिसकी वजह से वह अपनी नाक नहीं देख पाता।

नहीं सुनाई देता शोर -जब हम अपने दोनों कान अपने हाथों से बंद कर लेते हैं तो हमें एक अजीब सा शोर सुनाई देता है लेकिन जिस व्यक्ति की मौत होने वाली हो उसके साथ ऐसा नहीं होता क्योंकि जब वो अपने कान बंद करता है तो उसके लिए सिर्फ और सिर्फ सन्नाटा होता है।

लगता है हनेरा-

सामान्य व्यक्ति सूरज, चांद और आग में से निकलने वाली रोशनी देख लेता है लेकिन जिस व्यक्ति की मौत होने वाली हो वह या तो इन सब की रोशनी को नहीं महसूस कर पाता या फिर ये सब उसे लाल रंग का नजर आता है।
खंडित चांद- जिस व्यक्ति की मौत कुछ ही घंटों में होने वाली होती है उसे चांद में दरार या खंडित चांद नजर आता है।

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