प्रेग्नेंसी में ब्रेस्ट से आ रहा पानी तो वजह जानकर हैरान रह जाएंगे आप, करें यह उपाय
गर्भावस्था को एक महिला के जीवन का सबसे नाजुक समय माना जाता है। प्रेग्नेंसी के दौरान एक महिला के शरीर में कई तरह के बदलाव आते हैं। शरीर के वजन में अचानक वृद्धि, योनि और स्तन का आकार भी बदल जाता है।
ऐसे में महिलाओं को अपने शरीर में होने वाले बदलावों को समझना चाहिए और पेट में पल रहे बच्चे के अनुसार कपड़े और खान-पान का समायोजन करना चाहिए। बच्चे के जन्म के बाद गर्भावस्था में योनि में परिवर्तन होना काफी सामान्य है।
वहीं, ब्रेस्ट में बदलाव इस बात के लिए होता है कि बच्चा कब पैदा होगा। दिलचस्प बात यह है कि महिलाओं को पता चलता है कि उनके स्तन का आकार बदल रहा है और सप्ताह दर सप्ताह बढ़ रहा है। कई महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान स्तनों में पानी आने की शिकायत होती है।
डॉक्टरों के मुताबिक महिला के दिल और दिमाग के साथ-साथ उसके स्तन भी बच्चे के जन्म के लिए खुद को तैयार करते हैं। स्तन से स्राव का मतलब है कि स्तन बच्चे के लिए दूध का उत्पादन कर रहा है। इस पानी का रंग हल्के दूध जैसा है।
डॉक्टरों के अनुसार गर्भावस्था के दौरान स्तन से जो पानी निकलता है उसे मेडिकल भाषा में कोलोस्ट्रम कहते हैं। इस पानी में आवश्यक पोषक तत्व होते हैं, जो बच्चे के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं।
गर्भावस्था के दौरान स्तन से पानी के रिसाव के कारण?
अपने स्तनों को बच्चे के जन्म के लिए तैयार करना एक सामान्य प्रक्रिया है, लेकिन गर्भावस्था के दौरान आपके स्तनों से अधिक पानी निकलने के कई कारण हो सकते हैं।
थायराइड या स्तन संक्रमण।
स्तन में किसी प्रकार का ट्यूमर या कैंसर की समस्या होना
गर्भावस्था के दौरान बहुत टाइट ब्रा पहनने या किसी चीज को बहुत जोर से रगड़ने से भी स्तन से पानी निकल सकता है।
प्रेगनेंसी में ब्रेस्ट वाटर कब निकलता है?
गर्भावस्था के दौरान स्तन से स्राव का कोई नियम नहीं है। हर महिला के शरीर की संरचना बहुत अलग होती है। आमतौर पर यह समस्या गर्भावस्था के 26वें से 30वें हफ्ते में हो सकती है। कुछ महिलाओं को गर्भावस्था के 12वें सप्ताह में भी स्तनों से स्राव की समस्या हो सकती है। हालांकि, इसको लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं है।
ब्रेस्ट से पानी आने का उपाय
सबसे पहले, यदि आपके स्तन से हल्का निर्वहन होता है, तो यह एक बहुत ही सामान्य प्रक्रिया है। लेकिन अगर पानी बहुत ज्यादा हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। कुछ मामलों में महिलाओं को ब्रेस्ट से डिस्चार्ज के दौरान दर्द और खुजली जैसी समस्याओं का भी अनुभव होता है।
ऐसे में आप डॉक्टर की सलाह के बाद पाउडर या कोई भी दवाई का इस्तेमाल कर सकते हैं। गर्भावस्था के दौरान किसी भी प्रकार की समस्या आपके और गर्भ में पल रहे शिशु के लिए हानिकारक हो सकती है, इसलिए बिना डॉक्टर की सलाह के कुछ भी न करें।