कुंडली में बुरी दशा में हैं ग्रह तो करें ये उपाय
हर कोई अपने भाग्य के बारे में जानने के इच्छुक होते हैं। जिसके लिए आप अपनी कुंडली (KUNDLI) और हथेली की रेखाओं से अपने भविष्य के बारे में बहुत सी बातों के बारे में जान लेते हैं। भविष्य में होने वाली हर घटना से बचने के लिए आप अपने भविष्य को जानकर सही कर सकते हैं। आज हम आपको कुछ ऐसे ही उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं-
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आमतौर पर सभी की हथेली में राहु या केतु पर्वत से निकलकर शनि या गुरु पर्वत की ओर जाने वाली रेखा को भाग्य रेखा कहते हैं। जिस व्यक्ति की हथेली पर भाग्य रा सरल और साफ है तो उस व्यक्ति का भाग्य उसका हमेशा साथ देगा लेकिन वहीं जिसकी हथेली पर यह रेखा टूटी-फूटी है तो कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी।
ज्योतिष के अनुसार कुंडली के नवम भाव को भाग्य और लाल किताब में धर्मी भाव माना जाता है। बता दें नवम भाव का स्वामी गुरु होता है। जिसकी कुंडली में नवम भाव और नवमेश शुभ नहीं हैं, तो ग्रहों का शुभ प्रभाव नहीं तो आपके जीवनभर कठिनाईयों का सामना करना पड़ेगा।
कैसे जगाएं नवम भाव या नवमेश को
कुंडली में यदि गुरु छठें, सातवें, आठवें और दसवें घर में है तो उसे अशुभ माना जता है। जिस कारण इस भाग में बैठे गुरु के उपाय जरुर करें।
यदि कुंडली में गुरु नवम भाव में बैठें हैं तो सावधान रहने की जरुरत है, वरना व्यक्ति अपने जागे हुए भाग्य को अपने कर्मों से सुला देता है।