दिल का हाल बताना नही आता, हमे ऐसे किसी को तड़पाना नही आता, सुनना तो चाहतें हैं
न जिद है न कोई गुरूर है हमे, बस तुम्हे पाने का सुरूर है हमे, इश्क गुनाह है तो गलती की हमने,सजा जो भी हो मंजूर है हमे,तू मेरा वो सपना है,जिसे मैं हर हाल में पूरा करना चाहता हूँ, मै ख्वाहिशो की बंदिश में नहीं बंधा, ना मेरी कोई चाहत ज्यादा है,जीने के लिए मुझे बस एक तेरी जरूरत खुद की ज़िन्दगी से भी ज्यादा है।मिलने आएंगे हम आपसे ख़्वाबों में,ज़रा रोशनी का ये दिया बुझा दीजिए,
अब और नहीं होता इंतज़ार आपसे मुलाक़ात का,ज़रा अपनी आँखों के परदे तो गिरा दीजिये, आप खुद नही जानती आप कितनी प्यारी हो, जान तो हमारी पर जान से प्यारी हो,दूरियों के होने से कोई फ़र्क नहीं पड़ता,आप कल भी हमारी थी आज भी हमारी हो।दिल का हाल बताना नही आता,हमे ऐसे किसी को तड़पाना नही आता, सुनना तो चाहतें हैं हम उनकी आवाज़ को,पर हमे कोई बात करने का बहाना नही आता।