अपने लिविंग रूम में प्लांट्स की देख रेख कैसे करें
कई लोग प्लांट लगाने के बहुत शौकीन होते हैं। जिस तरह पेरेंट अपने बच्चों को पालते हैं ठीक उसी तरह लोग अपने घरों में लगें प्लांट्स की देख रेख करते हैं। लेकिन अपने लिविंग रूम प्लांट्स की सही तरीके से देखभाल न की जाए तो वह जल्दी मुरझा जाते हैं। यही इस पोस्ट में आपको बता रहें है, कि कौन कौन से प्लांट्स लगाए और कैसे लगाएं और उनकी कैसे देखभाल करें।
कैसे लगाएं
फूलों के पौधे लगाने के लिए मिट्टी की गहराई 5 इंच तक होनी चाहिए। हमेशा 6 से 8 इंच के गमले ही लें। पौधों को 2 इंच गहराई में बीज बोएं। इन बीजों से 6 सप्ताह में पौधे निकलने लगेंगे।
पौधों की देखभाल
पीस लिली को विविंग रूम में लगाया जा सकता है। यह प्लांट घर में मौजूद अतिरिक्त नमी को भी सोकता है। इस इंडोर प्लांट को कभी कभी धूप भी दिखानी चाहिए।
पाम ट्री कई तरह के होते हैं। लेकिन आमतौर दूसर पाम ट्री की तुलना में रीड पाम कम लाइट में भी आसानी से बढ़ता है। इस पौधे के गमले में हल्की नमी की जरूरत होती है। एरिका पाम को भी घर के अंदर लगाया जा सकता है। इसे धूम की अधिक जरूरत नहीं होती है। यह पौधा भी बरसात के दिनों में घर के अंदर की अतिरिक्त नमी को सोखने का काम करता है। इसके गमले की मिट्टी हल्की नम होना चाहिए।
लिविंग रूम में बाॅस्टन फर्न के पौधे भी अच्छे लगते हैं। यह कमरे के अंदर की नमी के स्तर को संतुलित करता है। बाॅस्टन फर्न को जीवित रहने के लिए सूरज की हल्की किरणों की जरूरत होती है। इसलिए से लिविंग रूम के शीशे वाली खिड़की के पास रखें। मिट्टी नमीयुक्त होनी चाहिए।
कमरे की हवा में मौजूद विषैली गंदगी को हटाने में इंग्लिश एन्वी प्लांट काफी मददगार है। इसकी केयर आसानी से की जा सकती है। इसे सूरज की अधिक रोशनी की जरूरत नहीं होती है।
इंग्लिश एन्वी को एक बेहतरीन इंडोर प्लांट माना जाता है। लेकिन इस प्लांट को काफी रोशनी की जरूरत होती है। अगर लिविंग रूम में खिड़की हो या दरवाजे के पास अच्छी रोशनी आ रही हो, तो इस प्लांट को वहीं रखें। कम रोशनी मिलने से इसमें कीड़े लगने की आशंका होती है। पानी डालने से पहले यह देख लें कि गमले की मिट्टी सूख यी हो। मिट्टी को हमेशा गीली नहीं रखें।
स्पाडर पलांट के पत्ते लंबे-लंबे होते हैं। इसे भी घर में मौजूद कई केमिकल्स को सोखता है। बीच-बीच में इसके पत्तों की सफाई करते रहें।
एलोवेरा को आमतौर पर लोग आयुवेर्दिक प्लांट के रूप में जानते हैं। इसका इस्तेमाल इंडोर प्लांट के रूप में भी किया जा सकता है। एलोवेरा के पौधों के लिए सूखे और हल्के गरम वातावरण की जरूरत होती है। इस पौधे को तुरंत लगाने के बाद 2 या 3 दिन तक इसमें पानी नहीं डाले। इससे जड़े गल सकती हैं। इसे अत्याधिक नमी की जरूरत नहीं होती है।
वीपिंग फिग व स्नेक प्लांट भी लिविंग रूम या घर के अंदर लगाएं जाने वाले पौधे हैं।
इंडोर प्लांट्स की साफ-सफाइ पर हमेशा ध्यान देना चाहिए। अगर इनके पत्तों पर लंबे समय तक गंदगी जमी रहेगी। तो ये जल्दी सूख जायेंगे।
गेंदा, गुलाब, गुड़हल, सूरजमुखी, जीनिया, लिली जैसे फूलों के खिलने क लिए गरमी के महीने सबसे अच्छे माने जाते हैं। जीनिया तो तितलियों का फेरवरेट भी है।
दोस्तों, हमेशा पर्यावरण प्रेमी बनिए, और अपने घरों के पौधे अवश्य लगाएं। आपको यह आर्टिकल कैसा लगा हमें कमेंट्स और लाइक से जरूर बतायें।