कैसे मदद करता है फूल गोभी कोलेस्ट्रोल को कम करने में?
फुल गोभी पुरी दुनिया में मशहूर सब्जी है. यह सब्जी भारत के सभी राज्यो में उगाई जाती है. यह सब्जी बडी स्वादिष्ट और रुचकर है. इस के अंदर इतने सारे पोषक तत्व है ऊर्जा, प्रोटीन, कोलेस्ट्रॉल, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, विटामिन-सी, इ, के, सोडियम, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, पोटैशियम, कॉपर, जिंक, मैंगनीज, पैंटोथेनिक एसिड, राइबोफ्लेविन, थियामिन, एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटीइंफ्लेमेटरी, फाइटोकेमिकल्स, सल्फोराफेन और कैरोटेनॉयड्स जैसे गुण पाये जाते है अगर आप 100 ग्राम फुल गोभी का सेवन करते है तो आप को 100 ग्राम जबरदस्त कैलोरी मिलती है.
वजन बढने से अगर कोई परेशान है एैसे व्यक्ती को फुल गोभी का सेवन करना चाहीये क्योकी इस में फायबर का प्रमाण पाया जाता है. इस में ग्लाइसेमिक लोड कम होता है फुल गोभी ग्लुकोज इंसुलिन प्रकिया को शरीर में बढने से कम कर सकती है. इसलिये वजन बढे हुये इन्सान को फुल गोभी का सेवन करना बहुत जरुरी है.
कोलेस्ट्रोल से अगर कोई परेशान है उसे नियंत्रित चाहता है एैसे मरीज फुल गोभी का सेवन करे वैज्ञानिक अध्यान से पता चला है की गोभी में हाइपोकोलेस्टेरॉलिक नाम का एक पोषक तत्व होता है. यह तत्व कोलेस्ट्रोल को कम करणे में बढा माहीर है. कोलेस्ट्रोल से परेशान व्यक्ती फुल गोभी की सब्जी बनाकर खाये या कच्छी खाये इससे जरूर फायदा मिलेगा.
फुल गोभी के अंदर विटामिन सी होता है और यह विटामिन सी आंखो की रक्त वाहिनियो को अच्छा होता है. वैज्ञानिक शोध के अनुसार मोतीयाबिंदू होने वाले इन्सान को कम से कम हप्ते में दो बार 100 ग्राम गोभी का सेवन करना चाहीये क्योकी इस में 48.2 विटामिन सी, एंटीऑक्सीडेंट बसा रेहता है. बढती उम्र के साथ आंखो की समस्या जादा होती है इसलिये गोभी का सेवन लाभदायक होगा.
वैज्ञानिक शोध में पाया गया है की फुल गोभी के अंदर नाइट्राइट भी पाया जाता है और यह नाइट्राइट रक्त प्रभाव को सुधारणे का काम करता है.