हिचकी को हलके में ना लें – यह आपके लिए खतरनाक हो सकता है
कभी-कभी ऐसी हिचकी (hiccups) चलती है जो बन्द ही नहीं होती। प्रायः साधारण हिचकी पानी पीने, प्राणायाम करने, किसी चिन्ताजनक बात पर विचार करने और घी-चावल खाने से बन्द हो जाती है पर कभी-कभी भी उपाय हिचकी बन्द करने में कामयाब नही हो पाता। ऐसी स्थिति में निम्लिखित उपाय करना चाहिए।
सामग्री – मोर पंख का चन्द्राकार भाग, पीपल का चूर्ण और शहद।
विधि – मोर पंख का चन्द्राकार भाग कैंची से काट कर जला लें और भस्म कर लें। पीपल (पीपर) को खूब बारीक पीस लें। दोनों को समन मात्रा में मिला लें।
मात्रा और सेवन विधि – इस मिश्रण को एक चम्मच (लगभग 5 ग्राम )मात्रा में लेकर थोड़े से शहद मे मिला कर चाट लें।
लाभ – इस प्रयोग से, एक या दो बार सेवन करने पा ही, हिचकी चलना बन्द हो जाती है। जब तक हिचकी बन्द न हो तब तक भोजन नहीं करना चाहिए। भूख का शमन करने के लिए दूध में 8-10 मुनकका (बीज हटा कर) और 2ग्राम सोठं चूर्ण डाल कर पीना चाहिए।