सर्दियों के मौसम में शरीर पर आने वाली सूजन को दूर करने के घरेलू उपाय
सर्दियों के मौसम में हाथ, पैर और अंगुलियों पर सूजन आ जाती है। यह समस्या तापमान कम हो जाने की वजह से होती है। जिसकी वजह से त्वचा पर जलन और पफीनेस आ जाती है। यह सूजन शरीर के बाहरी अंगों जैस, कान, हाथ, अंगुलियों, पैर, एड़ियों पर होती है। चिकित्सक भाषा में इस समस्या को चिलब्लेंस कहते हैं।यह समस्या ठंडे वातावरण में ज्यादा देर तक रहने से होती है। यह परेशानी ज्यादा गंभीर तब हो जाती है जब आप ठंडे वातावरण से गर्म जगह पर चले जाते हैं। रक्त कोशिकाएं जो ठंड में सिकुड़ जाती हैं वह गर्म जगह पर जाकर बढ़ जाती है जिसकी वजह से त्वचा पर सूजन आ जाती है। इस सूजन के कुछ घरेलू उपायों की मदद से कम किया जा सकता है। तो आइए आपको इन घरेलू उपायों के बारे में बताते हैं।
प्याज:
प्याज में एंटीसेप्टिक, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीबायोटिक गुण होते हैं जो रक्त प्रवाह को बढ़ाने में मदद करते हैं। सूजन को दूर करने के लिए प्याज एक बेहतर उपाय है। इसके लिए कच्चे प्याज को प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं और प्याज के जूस को त्वचा पर लगने दें जो खुजली को कम करने में मदद करता है।
हल्दी:
हल्दी में एंटीसेप्टिक गुण होते हैं साथ ही महत्वपूर्ण गुण होते हैं जो घावों को भरने में मदद करते हैं। यह सूजन और दर्द को दूर करने वाले बैक्टीरिया को नष्ट करते हैं। इसके लिए हल्दी में पानी मिलाकर एक गाढ़ा पेस्ट बनाकर रुई की मदद से प्रभावित क्षेत्र पर गलाएं। उसे 2 घंटे तक लगे रहने दें फिर गुनगुने पानी से उसे धो लें।
लहसुन:
लहसुन में एलीसिन नामक केमिकल होता है जो एक एंटीबायोटिक होता है। यह इम्यून सिस्टम की मदद से कीटाणुओं के उत्पादन को बाधित करता है। इसके लिए डेढ़ चम्मच सरसों के तेल को गर्म करके उसमें 2-3 लहसुन की कलियों को क्रश करके भून लें। उसके बाद चौथाई चम्मच हल्दी पाउडर, चौथाई चम्मच अदरक पाउडर मिलाकर उस तेल से दिन में तीन बार मालिश करें।
नमक और गर्म पानी:
नमक और गर्म पानी सबसे आसान और प्रभावी उपाय है सूजन को कम करने के लिए। इसके लिए दिन में 2 बार 10-15 मिनट तक गर्म पानी में नमक डालकर प्रभावित क्षेत्र को उस पानी में डालें। इससे लालपन और सूजन दोनों कम हो जाती है।
टी ट्री ऑयल:
टी ट्री ऑयल में एंटीफंगल, एंटी बैक्टीरियल और एंटीवायरस गुण होते हैं। हाथ-पैर पर सूजन दूर करने के लिए यह काफी मददगार होता है। इसका इस्तेमाल चाय के रुप में भी किया जा सकता है।