ग्रीन टी से हो रही लोगो को ये परेशानियाँ, आप भी हो जाइये सावधान
ग्रीन टी पीने का चलन आजकल बहुत ज्यादा है। हो भी क्यों ना यह फायदेमंद जो है। एंटीवायरल, एंटीऑक्सीडेंट और एंटी कैविटी के गुणों से भरपूर ग्रीन टी की मांग आजकल बहुत ज्यादा है। डाइटिंग करने वाले लोगों में तो यह हिट है। दुबले होने की चाहत में लोग इसे अपनी डायट में शामिल करते हैं और इसका सेवन करते हैं, लेकिन जैसा कि आप जानते ही हैं कि किसी भी चीज की अधिकता सही नहीं है। हद से ज्यादा इसकी मात्रा शरीर को नुकसान पहुंचा सकती है।दिन में तीन कप से ज्यादा ग्रीन टी का सेवन करते हैं तो अभी से संभल जाइए नहीं तो बाद में लेने के देने पड़ सकते हैं। दिन में दो बार से ज्यादा इसे ना ही पिएं तो बेहतर है। आइए हम आपको ग्रीन टी से होने वाले नुकसान के बारे मे बताने जा रहे है।
1 शायद आपको पता न हो लेकिन ग्रीन टी में भी कैफीन होता है। ग्रीन टी में मौजूद कैफीन से भी कई हेल्थ प्रॉब्लम्स होने लगती हैं। ग्रीन टी की 227 ग्राम चाय में 24 से 45 मिलीग्राम तक कैफीन होती है। बाकी चाय की ही तरह अगर आप ग्रीन टी का ज्यादा सेवन करते हैं तो कैफीन आपकी हार्टबीट अनियमित कर देती है। इससे आपको नर्वसनेस का अनुभव होता है और आप छोटी-छोटी सी बातों पर चिढ़ने लगते हैं।
2 भूख में कमी – ग्रीन टी का अधिक सेवन करना आपकी भूख को कम कर सकता है, जिसे आप सही डाइट नहीं ले पाते और आपके शरीर को जरूरी मात्रा में पोषक तत्व नहीं मिल पाते। इस तरह से आपका शरीर कमजोर हो सकता है।
3 गर्भवती महिलाओं को दिन में दो बार से ज्यादा ग्रीन टी पीने के लिए मना किया जाता है। इसके पीछे भी कारण कैफीन ही है। कैफीन का सेवन मां और बच्चे दोनों के लिए खतरनाक माना जाता है। कई मामलों में देखा गया है कि कैफीन के अधिक मात्रा में सेवन से मिसकैरेज की नौबत भी आ जाती है। इसलिए अगर आप प्रेग्नेंसी के दौरान ग्रीन टी पीना चाहती हैं तो डॉक्टर से ज़रूर सलाह ले लें।
4. अगर आपको ऑस्टियोपोरोसिस की शिकायत है या फिर हड्डियों से जुड़ी कोई भी बीमारी है तो भी ग्रीन टी आपके लिए नुकसानदायक साबित हो सकती है। ऐसे मामलों में ग्रीन टी आपको एक सीमित मात्रा में डॉक्टर की सलाह से ही पीनी चाहिए। किसी भी समस्या से बचने के लिए आपको दिनभर में 4-5 कप से ज्यादा ग्रीन टी का सेवन नहीं करना चाहिए।
5 गुर्दे की पथरी ग्रीन टी में पाया जाने वाला ऑक्जेलिक एसिड गुर्दे में पथरी बनने का कारण हो सकता है। इसके अलावा इसमें कैल्शियम, यूरिक एसिड, अमीनो एसिड और फास्फेट भी पाया जाता है जो ऑक्जेलिक एसिड के साथ मिलकर गुर्दे की पथरी के लिए जिम्मेदार होते हैं।