फिटकरी को अपनाये रोगो से निजात पाएं
हमारी धरती पे इतने खजाने भरे पड़े है जिसका कोई अंत नहीं है क्योकि हमारी धरती सोने की चिड़िया कही गयी
है इन खजानो का मूल्य लगाना नामुमकिन है क्योकि हमारी धरती अनेक राज छुपे है जिसका कोई अंत नहीं है
जिसमे से एक खजाना हमे फिटकरी के रूप में हमे मिला है क्योकि ये स्टोन की तरह दिखने बाला है लेकिन इसके
गुड़ बहुत ही ज्यादा है फिटकरी उपयोग करके हम छोटे मोटे रोगो को गर पर ही सही कर सकते है
फिटकरी की तासीर गर्म होती है यह रक्तस्त्राव को रोकता है यह एक संकोचक है फिटकरी का चूर्ण छाती में जमा
हुए कफ को बहार निकलती है सर्प के काटने पर कटे हुआ जगह पे फिटकरी की भस्म को(१ ग्राम) और घी के साथ
मिलाकर लगाए
फिटकरी के कुछ उपयोग-
नाक से खून आने बंद करने के लिए गाये के दूध में थोड़ी सी फिटकरी घोलकर नाक में कुछ बुँदे टपकाने से नाक से
खून वहना रुक जाता है
कटे हुऐ स्थान पर फिटकरी का टुकड़ा या चूर्ण लगाए दातो के रोग में भी फिटकरी का उपयोग करके के सही कर
सकते है इसके लिए हमे सरसो के तेल में थोड़ा सेठ नमक, हल्दी, फिटकरी मिलाकर दातो की मसाज करनी चाहिए
बवासीर के मस्सो पर फिटकरी का लेप लगाने से लाभ होता है.
खुजली के लिए फिटकरी एक लाभदायक गुणकारी है फिटकरी से लाभ लेने के लिए हमे नाहने के पानी में थोड़ी सी
फिटकरी दाल लेना चाहिए जिससे की खुजली सही हो सके और ये एक साथ सरे शरीर पर आसानी से लग जाती है
सर में जुए होने पर फिटकरी का उपगोय करे नाहने के पानी में फिटकरी मिलाकर नहाने से सर के साडी जुए ख़त्म
हो जाते है विच्छू आदि के खाने पर फिटकरी का उपयोग करे जिससे उसका जहर आसानी से उत्तर सके इसके
लिए कटे हुऐ जगह पर फिटकरी को लगाए फिटकरी के इतने फायदे है की वर्णन नहीं किया जा सकता है फिटकरी
का उपगोय करते रहे और अपने जीवन छोटी मोटी बीमारी से आसानी वच सके