धोखाधड़ी : रेलवे में नौकरी का लालच देकर 50 लोगों से किया 1 करोड़ का धोखा!
Crime News : गुजरात के बड़ौदा शहर की पुलिस ने नौकरी के लालच में एक फर्जी रैकेट का भंडाफोड़ किया है। यह पता चला है कि इस रैकेट ने 50 लोगों से रेलवे में नौकरी की लालच देकर 1 करोड़ रुपये से अधिक की उगाही की है। एसओजी (SOG) दस्ते ने मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।
पकड़े गए आरोपी तुषार पुरोहित, कुशाल परेश और दिलीप सोलंकी हैं। तुषार पुरोहित इस गिरोह का नेता है। गिरोह ने लोगों से दस्तावेज हासिल करने, साक्षात्कार और परीक्षा पास करने के नाम पर प्रति व्यक्ति 4 से 5 लाख रुपये की लूट की है।
पुलिस ने बताया कि यह रैकेट बड़ौदा, सूरत और वलसाड इलाके में चल रहा था। उसने क्षेत्र के 50 युवाओं को काम करने का लालच दिया और उन्हें आर्थिक रूप से धोखा दिया। चौंकाने वाला यह है कि पिछले 14 महीनों में इस गिरोह की यह दूसरी गिरफ्तारी है। गिरोह लोगों को नौकरी देने का वादा कर रहा था। वर्तमान में, रेलवे में भर्ती शुरू हो गई है और इसी का फायदा उठाते हुए उन्हें सीधे रेलवे में नौकरी देने का प्रलोभन दिया गया। कई युवा रेलवे में नौकरी के लिए आवेदन कर रहे थे और इन बदमाशों को रुपये दे रहे थे।
तुषार पुरोहित परीक्षा का पेपर सेट कर रहे थे। अभ्यर्थी का साक्षात्कार तब हुआ जब वह फंसा हुआ पाया गया। यही नहीं, उन्हें रेलवे के रबर स्टैम्प के साथ नियुक्ति पत्र भी दिए गए। पुजारी रेलवे में अनुबंध के आधार पर काम कर रहा था। इसलिए, पुलिस ने अब रेलवे अधिकारियों से भी पूछताछ करने का फैसला किया है। पुजारी अकेले यह पता लगाने के लिए कर रहा था कि कौन से रेलवे अधिकारी और कर्मचारी शामिल थे।
2019 में पुरोहित को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उस समय उनके पास से लेटरहेड, रेल मंत्रालय का लोगो, रबर स्टैंप, पहचान पत्र, प्रमाण पत्र और लैपटॉप जब्त किया गया था। उसने 2019 में चार लोगों के साथ यह धोखाधड़ी का कारोबार शुरू किया। पुलिस आगे की जांच कर रही है।