कोरोना वैक्सीन का पहला चरण भारत से अफगानिस्तान पहुंचा
काबुल: कोरोना वैक्सीन का पहला चरण भारत से मित्र देशों को अफगानिस्तान पहुंचाया गया है। इसके बाद, अफगानिस्तान के उपराष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने ट्वीट किया और भारत को धन्यवाद दिया। हालाँकि, अफगानिस्तान में आतंकवादी हमलों की संख्या में भी वृद्धि हुई है। इसलिए, भारत से प्राप्त इन कोरोना टीकों की सुरक्षा अफगानिस्तान के सामने एक बड़ी चुनौती है। सालेह ने यह भी कहा कि क्वेटो के हमलों से कोरोना वैक्सीन की रक्षा करना, आईईडी और आतंकवादी सर्वोच्च प्राथमिकता थी।
उपराष्ट्रपति सालेह से पहले अफगानिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार हमदुल्ला मोहिब ने भी तालिबान को अफगानिस्तान में शांति के लिए सबसे बड़ी बाधा कहा। तालिबान ने एक बार फिर अफगानिस्तान में अपना सिर घुमाया है और हत्याओं का सिलसिला शुरू हो गया है।
Our thanks & gratitude to India for this timely assistance. Now it is our mission to keep the vaccination safe from Quetta Shura's suicide bombers, IED planters, ambushers & ill wishers. Thanks @IndianEmbKabul https://t.co/zRzm38RqGv
— Amrullah Saleh (@AmrullahSaleh2) February 8, 2021
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की निगरानी और अनुसंधान समिति की हालिया रिपोर्ट में कहा गया है कि तालिबान ने अपना वादा तोड़ दिया है। रिपोर्ट में चेतावनी दी गई है कि तालिबान और अल-कायदा एक बार फिर अफगानिस्तान में अराजकता फैलाने की तैयारी कर रहे थे।
तालिबान के कुछ अत्याचारों ने भारत के साथ-साथ अफगानिस्तान में भी चिंताएँ बढ़ा दी हैं। कहा जाता है कि तालिबान ने ISIL की मदद की है।
वर्तमान में अमेरिकी सेना अफगानिस्तान से हट रही है। हालांकि, ऐसे संकेत हैं कि इन सैनिकों की वापसी के बाद अफगानिस्तान में गृह युद्ध छिड़ जाएगा।