मप्र में बर्ड फ्लू की आशंका, सतर्कता बरतने के निर्देश
भोपाल, 30 नवम्बर । मध्य प्रदेश के आगरमालवा जिले में एक दिन पहले यानी रविवार को 33 कौए मृत अवस्था में मिले थे। इससे प्रदेश भर में हडकम्प का माहौल है। आशंका जताई जा रही है कि कौओं की मौत बर्ड के चलते तो नहीं हुई है। हालांकि मृत कौओं के सेम्पल जांच के लिए भेजे गए हैं, लेकिन लैब से अभी रिपोर्ट नहीं आई है। इसी बीच सोमवार को पशुपालन एवं डेयरी विभाग के अपर मुख्य सचिव जेएन कंसोटिया ने शीत ऋतु को देखते हुए बर्ड फ्लू के विरुद्ध सतर्कता और तैयारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिये हैं।
उन्होंने सभी कलेक्टर्स को जारी निर्देश में कहा है कि केन्द्र शासन की एवियन इन्फ्लूऐंजा एक्शन प्लान 2021 वेबसाइट www.dahd.nic.in पर उपलब्ध गाइड-लाइन के अनुसार कार्यवाही सुनिश्चित करें। पशुपालन, वन, स्वास्थ्य और अन्य समन्वयक विभागों की बैठक कर जिले की तैयारियों का आंकलन करें। (Fear of bird flu in MP instructions to be vigilant)
सीमावर्ती जिलों को सेम्पल लैब भेजें
कंसोटिया ने कहा कि शीत ऋतु में प्रवासी पक्षी बर्ड फ्लू फैलाने में प्रमुख भूमिका निभाते हैं। इसलिये प्रदेश के जलाशयों एवं अभयारण्यों आदि में आने वाले प्रवासी पक्षियों पर विशेष निगरानी रखें। प्रवासी पक्षियों और अन्य राज्यों से लगने वाले सीमावर्ती जिलों के चिकन मार्केट, हाट-बाजार आदि से सेम्पल इकट्ठा कर जांच के लिये भोपाल स्थित स्टेट एनिमल डिजीज इन्वेस्टीगेशन लैब को भेजें। शीत ऋतु के दौरान लगातार सर्वेलांस एवं निरीक्षण करें।
पक्षी की अप्राकृतिक मृत्यु सूचना पर तत्काल कार्यवाही करें
जिलें में कहीं भी पक्षियों या मुर्गियों में बीमारी, अप्राकृतिक मृत्यु की सूचना प्राप्त होने पर तत्काल रोकथाम और नियंत्रण की कार्यवाही करें। कुक्कुट पालकों और लोगों को व्यापक प्रचार-प्रसार कर जागरूक करें।
दलों का गठन होगा
कलेक्टर्स से कहा गया है कि आकस्मिकता की स्थिति से निपटने के लिये आर.आर.टी. दलों का गठन करें। साथ ही पीपीई किट्स, उपकरण, डिसइन्फेक्टेन्ट्स, दवाइयां आदि की उपलब्धता का आंकलन करें। पोल्ट्री फार्म, चिड़िया-घर, अभयारण्य, कुक्कुट बाजारों आदि में बॉयोसिक्यूरिटी मापदण्डों का पालन सुनिश्चित करें।