क्या है धूनी रमना साधना ये है साधुओं की सबसे कठिन साधना
Facts of Dhuni Ramana in Hindi : साधुओं के तपस्या के तरिके भिन्न भिन्न और कठिन होते हैं। ऐसा ही एक तरीका धूनी रमना भी है। इसमे साधु कठिन तपस्या करता है और अपने शरीर को तपाता है। आमतौर पर किसी साधु इस साधना के सभी चरण पूरे करने में 18 साल लग जाते है। धूनी रमाना के चरण और प्रक्रिया।
धूनी रमाना की क्रिया
इसके लिए एक जगह बैठ कर उपलों या कंडे का घेरा बनाता है। इसके बाद कंडे या उपलों को जलता है जिससे कि भयंकर धुआं होता है और आग की गर्मी भी साधु को सहन करनी पड़ती है और साधु अपने ईस्ट देव के मंत्रों का जप करता है
पहला चरण पंच
इसमे साधु पांच स्थानों पर कंडो का घेरा बनाता है।
दूसरा चरण सप्त धूनी
इसमें सात जगह कण्डे रखे जाते है। और इन जलते कंडो के बीच तप किया जाता है।
तीसरा चरण द्वादश धूनी
इसमे बारह जगह जलते हुए कंडो के बीच बैठकर तप करता है।
चौथा चरण चौरासी धूनी
इसमे कि 84 जगह कंडो का घेरा बनाते है इसमें घेरा बनाने के लिए किसी साधु की मदद लेनी होती है।
पांचवा चरण कोट धूनी
इसमे कण्डे एकदम साथ साथ रहते है जिससे साधु को बहुत ज्यादा तपन और धुंए का सामना करना होता है
अंतिम चरण कोटखोपड धूनी
यह अंतिम और सबसे कठिन चरण होता है इसमें साधु के सिर पर मिट्टी के बर्तन मैं जलते हुए कण्डे रखे जाते है।
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