शादी के बाद भी दूसरी औरतों की तरफ आकर्षित होते है मर्द, जानें
मनुष्य जीवन में सुखी रहने के लिए न जाने कितने प्रयास करता है, लेकिन शायद ऐसे बहुत ही कम लोग होंगे जो अपने जीवन से खुश होंगे, इसका सबसे बड़ा करान है असंतोष, व्यक्ति के पास जो है उससे वो संतुष्ट नही है, इसी कारण उसे जीवन में परेशानियों का अनुभव होता है।आचार्य चाणक्य ने मनुष्य के लिए ऐसी कई बातें बतायीं हैं, जो उनके सुखी रहने में मदद कर सकती हैं, तो आज हम ऐसी ही 3 बातों के बारे में बताने वाले हैं, जिनसे आचार्य चाणक्य ने संतुष्ट रहने के लिए कहा है, तो चलिए जान लेते हैं।
1- पत्नी के प्रति निष्ठा
आचार्य चाणक्य के अनुसार सभी व्यक्तियों को अपनी पत्नी से संतुष्ट रहना चाहिए, किसी परायी स्त्री पर बुरी नजर नही डालनी चाहिए, पत्नी के प्रति निष्ठा रखनी चाहिए, और हर कम में उसका साथ निभाना चाहिए।
2- भोजन का सम्मान
व्यक्ति के सामने भोजन करने के लिए जो भी चीज आये उसमे संतुष्ट रहना चाहिए, भोजन में कमियां नही निकालनी चाहिए, और अन्न का अपमान नही करना चाहिए, जो व्यक्ति अन्न का अपमान करता है वह ईश्वर का अपमान करता है।
3- धन से संतुष्टि
मनुष्य को ईमानदारी के साथ कमाए गये धन में संतुष्ट रहना चाहिए, परिश्रम खूब करना चाहिए लेकिन लालच नही करना चाहिए, क्योकि लालच में आकर इन्सान गलत काम करने लग जाता है।