संक्रमित मरीजों का इलाज करते हुए खुद इस वायरस के चपेट में आ गए थे, जानिए इंडोनेशिया के डॉक्टर की सत्य घटना, पक्का रो पड़ेंगे
पूरी दुनिया में कोरोना वायरस की वजह से अभी तक 20 हजार लोगों की जान जा चुकी है और लगभग चार लाख लोग इससे संक्रमित हैं. इटली में तो ऐसा हाल हो गया है कि लोगों को दफन करने के लिए जगह नहीं मिल रही है और शवों की जिम्मेदारी सेना को सौंप दी गई है. एक वायरस की वजह से इंसानियत का असली रूप सामने आ गया है क्योंकि इंसान ही इंसान से दूर भाग रहा है.
सरकारी नौकरियां यहाँ देख सकते हैं :-
सरकारी नौकरी करने के लिए बंपर मौका 8वीं 10वीं 12वीं पास कर सकते हैं आवेदन
1000 से भी ज्यादा रेलवे की सभी नौकरियों की सही जानकारी पाने के लिए यहाँ क्लिक करें
पूरी दुनिया में कोरोना वायरस के खिलाफ मुहिम में एकजुटता दिखाई पड़ रही है और इन सब में मेडिकल स्टाफ एवं सफाई कर्मियों का योगदान अतुलनीय है. जिस तरह से मेडिकल स्टाफ के कर्मचारी अपने परिवार की चिंता किए बगैर अन्य लोगों की सहायता में जुटे हुए हैं वह तारीफ के काबिल है.
आज हम आपको एक ऐसे ही इंडोनेशिया के डॉक्टर की सत्य घटना के बारे में बताने जा रहे हैं. इंडोनेशिया के डॉक्टर हैदियो अली की तस्वीर सोशल मीडिया पर बड़ी तेजी से वायरल हो रही है. दरअसल डॉक्टर अली कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों का इलाज करते हुए खुद इस वायरस के चपेट में आ गए थे और उन्हें अंदाजा हो गया था कि वह अब ज्यादा दिन के मेहमान नहीं है.
वह अपने बीवी एवं बच्चों से मिलने की बहुत ख्वाहिश रखते थे लेकिन वह संक्रमण के कारण सीधा जाकर उनसे नहीं मिल सकते थे और ना ही उन्हें अपने बारे में बता कर चिंता में डालना चाहते थे. इसी उधेड़बुन के बीच वह गाड़ी से अपने घर के बाहर पहुंचे और अपने बच्चों एवं गर्भवती पत्नी को कुछ देर बाहर से ही देख कर रवाना हो गए. इस घटना के कुछ घंटों बाद ही उन्होंने अपने प्राण त्याग दिए लेकिन जाते-जाते उन्होंने बहुत मरीजों का इलाज भी किया.
आप इस महान डॉक्टर के बारे में क्या कहना चाहते हैं जिन्होंने अपनी जान देकर भी अपना कर्तव्य निभाया, अपने विचार हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं.