क्या आप जानते है सबसे पहली मिस वर्ल्ड, स्विमशूट में देखकर दुनिया हुई थी हैरान
मुंबई : भारत में जन्म लेने वाली मानुषी छिल्लरे लास्ट 18 नवम्बर 2017 को मिस वर्ल्ड का ख़िताब जीता था। शायद आपकजो पता ही होगा की, चीन में में आयोजित हुए इस इवेंट में मानुषी ने करीब 108 देशों के स्पर्धकों को पीछे छोड़कर यह ख़िताब जीता था।
पर आज कई लोगो को यह बात पता नहीं होगी की, साल 1966 में 17 नवम्बर के दिन पहलीबार रीता फातिया ने मिस वर्ल्ड का ख़िताब जीता था। जो भारत की वह पहली मिस वर्ल्ड थी। जो पेशे से एक डॉक्टर थी।
किया था यह अभ्यास
आपको बता दे की, उनका जन्म मुंबई में साल 1945 में हुआ था। वैसे तो उनका परिवार मूलरूप से गोवा का था। रीता ने MMBS की डिग्री जमशेदजी जीजाबाई ग्रूप ओफ होस्पिटल मुंबई से ली थी।
साथ ही उन्हों ने अपना हायर एज्युकेशन लन्दन से किया हुआ था। जिसके बाद रीता ने करीबन एक साल तक मॉडेलिंग का कोर्स किया था।
मॉडलिंग के बाद उन्हों ने डॉक्टर का अभ्यास किया था। लेकिन तब उन्हों ने मॉडलिंग के फिल्ड में ज्यादा ध्यान दिया था।
इस तरह किया था मॉडलिंग की दुनिया में कमबैक
रीता फातिया ने साल 1971 में डेविड पॉवेल के साथ शादी रचाई थी। रीता के पति डेविड पॉवेल पेशे से एक एन्डोक्राईनोलोजीस्ट थे। कई सालों से दोनों पति पत्नी डब्लिन में रहकर अपना गुजारा करते हैं।
आपको बता दे की, मिस वर्ल्ड बनने के बाद रीता ने मॉडलिंग या अभिनय में जाने के बजाई उन्हों ने तब अपनी आगे की पढाई के बारे में सोचा था।
कहा जाता हैं की, शादी के बाद से वह इस ग्लैमर दुनिया से कई गुम हो गई थी। उन्हें लोगों की सेवा करना अच्छा लगता था। मॉडलिंग की दुनिया छोड़कर डॉक्टर बनी थी।
लेकिन फिर अचानक रीता ने कई सालों बाद साल 1998 में मिस इंडिया के जज के तौर पर उन्हों ने इस दुनिया में कमबैक किया था।
जिसके कुछ सालों पहले ही वह यूनाइटेड किंगडम के गोवन फेस्टिवल में नजर आई थी। जहां रीता फातिया का गोवन फेस्टिवल से जुड़े लोगों ने उनका बहुत ही शानदार तरीके से स्वागत भी किया था।
इस तरह ख़रीदा था स्विमशूट
शायद आह आपन इस बात से वाकिफ नहीं होंगे की, रीता सिर्फ भारत देश की ही नहीं बल्कि वह एशिया की पहली महिला थी। जिन्हो ने मिस इंडिया का ख़िताब जीता था।
तब माना जाता था की, यह कोई आम लड़की यह ख़िताब नहीं जित सकती थी। लेकिन तब यह काम भारतीय मूल की रीता फातिया ने कर दिखाया था।
उस दौर की बात करे तो आज कल की तरह उस दौर में मिस इंडिया के स्पर्धक को कोई ट्रेनिंग या किसी तरह की हेल्प नहीं मिलती थी।
तब उस स्पर्धा में भाग लेनेके लिए खुद स्पर्धक सभी चीजों का इंतजाम करना पड़ता था। तब उनकी जेब में रहे सिर्फ तीन पाउंड से उन्हों ने अपने लिए और स्पर्धा के लिए यह स्विमशूट ख़रीदा था।
जब मिस इंडिया के स्टेज पर भारत की महिला एक स्विमशूट में नजर आई तब पूरी दुनिया हैरान रह गई थी। तब कहा जाता था और आज भी कहा जाता हैं की, इस स्पर्धा में रीता फातिया का काम और आत्म्विश्वास काबिले रातिफ़ था।