सुबह उठते ही न देखें इन चीजों को, क्या कहता है वास्तु शास्त्र पढ़ें
बुजुर्ग प्राचीन समय से ऐसी बातें कह रहे हैं जिन पर हर कोई विश्वास नहीं करेगा, लेकिन वे अभी भी कई बार महत्वपूर्ण लग सकते हैं। हिन्दू शास्त्रों के अनुसार हमें सुबह उठने के बाद किन चीजों से बचना चाहिए या क्या देखना चाहिए और इसके पीछे के कारण भी बताए गए हैं, लेकिन यह हर किसी की आस्था और विश्वास का हिस्सा है।
कभी-कभी लोगों को कहते सुना जाता है कि सुबह-सुबह किसी का चेहरा देखने से दिन खराब हो जाता है। वास्तु शास्त्र में सुबह उठते ही कुछ बातों को अशुभ माना जाता है। आइए जानते हैं कि जब आप इन वस्तुओं को देखते हैं तो वास्तव में क्या होता है या सुबह उठने के बाद किन चीजों से बचना चाहिए।
जंगली जानवरों की तस्वीरें
कई लोग अपने घरों में जंगली जानवरों की तस्वीरें लगाना पसंद करते हैं, लेकिन सुबह उठकर आपको ऐसी तस्वीरों को देखने से बचना चाहिए।
गंदे बर्तन
अक्सर घर की मां या दादी द्वारा कहा जाता है कि रात को गंदे बर्तन साफ करके सोना चाहिए, क्योंकि वास्तु शास्त्र के अनुसार यह गलत है। सुबह उठने के तुरंत बाद गंदे बर्तन देखना वास्तु शास्त्र के अनुसार अशुभ माना जाता है।
छाया देखना
सुबह उठते ही अपनी परछाई या किसी और की परछाई को देखने से बचें। वास्तु शास्त्र के अनुसार सुबह उठकर परछाई देखना अशुभ होता है। माना जाता है कि सुबह उठकर किसी परछाई को देखना राहु का संकेत है।
शीशा
वास्तु शास्त्र कहता है कि कभी भी पलंग के सामने शीशा नहीं लगाना चाहिए। सुबह उठकर आईने में देखने से रात की सारी नकारात्मकता आ जाती है।
खंडित मूर्ति
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में खंडित मूर्ति रखना अशुभ माना जाता है, लेकिन अगर किसी कारण से घर में खंडित मूर्ति है तो सुबह उठते ही उसे देखने से बचें। ऐसी मूर्ति को घर के किसी ऐसे कोने में रखना चाहिए जहां सुबह उठने पर यह नजर न आए।
बंद घड़ी
घर में बंद घड़ी का होना भी अशुभ माना जाता है। कई लोगों को सुबह उठते ही घड़ी देखने की आदत होती है। सुबह उठकर बंद घड़ी को देखना अशुभ माना जाता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार सुबह उठकर बंद घड़ी देखने से घर में आर्थिक संकट, पारिवारिक कलह में वृद्धि हो सकती है।
सुबह उठकर क्या देखना है?
वास्तु शास्त्र के अनुसार सुबह उठते ही सबसे पहले आपको अपनी हथेलियों को देखना चाहिए। कहा जाता है कि हथेली में घनश्याम, सरस्वती और लक्ष्मी का वास होता है। सुबह हथेलियों को देखने के बाद भगवान का नाम लें और फिर हथेलियों को चेहरे पर फेरें।