ठंडा पानी पीने के नुकसान : जान लीजिये जो लोग खाना खाने के बाद ठंडा पानी पीते हैं
ठंडा पानी पीने के नुकसान अगर आप उन लोगों में से हैं जो खाना खाते समय ठंडे पानी के साथ बैठते हैं, तो इस आदत को तुरंत बदल दें। जी हां, ठंडा पानी पीने की आपकी आदत आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकती है। ठंडा पानी पीने से आपकी पाचन क्रिया बुरी तरह प्रभावित होती है और आपकी इम्युनिटी कमजोर होती है। इतना ही नहीं ठंडा पानी पीने से गॉल ब्लैडर को भी नुकसान पहुंचता है। दरअसल, हमारे शरीर का सामान्य तापमान 98.6 डिग्री फ़ारेनहाइट या 37 डिग्री सेल्सियस होता है। यही कारण है कि 20-22 डिग्री सेल्सियस तापमान वाला पानी हमारे शरीर के लिए उपयुक्त होता है। इससे ज्यादा ठंडा पानी पीना हानिकारक है। आइए जानते हैं ज्यादा ठंडा पानी पीने से होने वाले स्वास्थ्य नुकसान ।
ठंडा पानी पीने के नुकसान-
1. कब्ज की समस्या –
ठंडा पानी पीने से कब्ज की समस्या हो सकती है। दरअसल, ठंडा पानी पेट में मल को सख्त बना देता है और वॉशरूम जाने पर आपको दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। बहुत अधिक ठंडा पानी पीने से भी बड़ी आंत सिकुड़ जाती है, जो कब्ज का मुख्य कारण है। जिन लोगों को बार-बार कब्ज की शिकायत रहती है उन्हें ठंडा पानी पीने से बचना चाहिए। (ठंडा पानी पीने के नुकसान)
2. हृदय रोग का खतरा –
खाना खाने के तुरंत बाद ठंडा पानी पीने की आदत दिल के लिए खतरनाक हो सकती है। एक वैज्ञानिक अध्ययन में सामने आया है कि खाना खाने के बाद ठंडा पानी पीने से हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है। वैज्ञानिकों के एक अंतरराष्ट्रीय समूह ने चीन और जापान के लोगों पर शोध पूरा किया। चीन और जापान के लोग खाने के बाद ठंडा पानी नहीं पीते हैं। ये लोग खाना खाकर गर्मागर्म चाय पीते हैं। शोधकर्ताओं ने पाया कि इन लोगों में हृदय रोग की समस्या नगण्य थी।
3. फैट बनाता है ठंडा पानी –
जब ठंडा पानी भोजन के साथ मिलकर पेट के एसिड के संपर्क में आता है तो यह वसा में बदल जाता है। जिससे कई गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।
4. बलगम –
खाना खाने के बाद ठंडा पानी पीने से शरीर में बलगम बनने लगता है। इसके अलावा आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने लगती है। इससे सर्दी लगने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए खाना खाने के बाद कभी भी ठंडा पानी न पिएं।
5. ऊर्जा समाप्त –
ठंडा पानी पीने से शरीर का मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है और शरीर में ज्यादा काम करने की क्षमता नहीं होती है।
इसका मुख्य कारण यह है कि ठंडा पानी शरीर से वसा नहीं छोड़ पाता, जिससे शरीर सुस्त और ऊर्जा का स्तर नीचे चला जाता है।
(अस्वीकरण : हम उपरोक्त लेख में उल्लिखित किसी भी प्रथा, विधियों या दावों का समर्थन नहीं करते हैं।
उन्हें केवल सलाह के रूप में लिया जाना चाहिए। (ऐसे किसी भी उपचार/दवा/आहार को लागू करने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।)