पीछे हटी उद्धव सरकार: जांच हो रही है लेकिन लता मंगेशकर और सचिन तेंदुलकर की नहीं -अनिल देशमुख
मुंबई: गृह मंत्री अनिल देशमुख ने सोमवार को कहा, “किसानों के आंदोलन के मुद्दे पर मशहूर हस्तियों द्वारा किए गए ट्वीट के बारे में मेरा बयान मीडिया विकृत तरीके से दिखाया गया था। मशहूर हस्तियों के बारे में पूछताछ करना मेरा आदेश नहीं था। मैंने मामले में भाजपा के आईटी सेल की संलिप्तता की जांच का आदेश दिया था। लता मंगेशकर हमारे लिए देवतुल्य हैं”
शेतकरी आंदोलनाच्या मुद्यावर सेलिब्रिटीजनी केलेल्या ट्विटसंदर्भात माझ्या वक्तव्याचा विपर्यास करण्यात आला. सेलिब्रिटीजची चौकशी करा, असे माझे आदेश नव्हते. या प्रकरणात भाजपच्या आयटी सेलचा सहभाग असण्याची शक्यता वाटल्याने मी त्यांच्या चौकशीचे आदेश दिले होते. लता मंगेशकर आमचे दैवत (१/२) pic.twitter.com/WBdtzUH2x1
— ANIL DESHMUKH (@AnilDeshmukhNCP) February 15, 2021
चूंकि सचिन तेंदुलकर को पूरे देश के लोग मानते हैं, इसलिए उनकी पूछताछ का कोई सवाल ही नहीं है। प्रारंभिक पुलिस जांच में पता चला है कि भाजपा के आईटी सेल के प्रमुख और 12 प्रभावित लोग ट्वीट मामले में शामिल थे। अनिल देशमुख ने कहा कि पुलिस अपने अनुसार कार्रवाई कर रही है।
क्या है मामला ?
गृह मंत्री अनिल देशमुख ने पहले आश्वासन दिया था कि राज्य का खुफिया विभाग पूछताछ करेगा कि क्या गायक लता मंगेशकर, मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर और अन्य हस्तियों ने किसानों के आंदोलन के संबंध में किसी दबाव में ट्वीट किया था। भारतीय हस्तियों ने किसानों के समर्थन में अंतरराष्ट्रीय हस्तियों के ट्वीट का जवाब दिया। कांग्रेस के प्रदेश महासचिव और प्रवक्ता सचिन सावंत ने गृह मंत्री अनिल देशमुख के ट्वीट की जांच की मांग की थी।