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दक्षिणी अरब सागर में दो दिन चला ‘कोलंबो सिक्योरिटी कॉन्क्लेव फोकस्ड ऑपरेशन’

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दक्षिणी अरब सागर में भारत, मालदीव और श्रीलंका की प्रमुख समुद्री सुरक्षा एजेंसियों के बीच पहला ‘कोलंबो सिक्योरिटी कॉन्क्लेव फोकस्ड ऑपरेशन’ दो दिन तक किया गया। 27-28 नवम्बर को किये गए इस ‘सीएससी फोकस्ड ऑपरेशन’ का मकसद हिन्द महासागर क्षेत्र (आईओआर) के इस महत्वपूर्ण हिस्से को वाणिज्यिक नौवहन, अंतरराष्ट्रीय व्यापार और वैध समुद्री गतिविधियों के संचालन के लिए सुरक्षित माहौल तैयार करना रहा।

नौसेना प्रवक्ता विवेक माधवल के अनुसार पहले ‘कोलंबो सिक्योरिटी कॉन्क्लेव फोकस्ड ऑपरेशन’ में भारत, मालदीव और श्रीलंका की प्रमुख समुद्री सुरक्षा एजेंसियों ने हिस्सा लिया है। भारतीय नौसेना (आईएन), मालदीव राष्ट्रीय रक्षा बल (एमएनडीएफ) और श्रीलंकाई नौसेना (एसएलएन) के जहाजों और विमानों ने दक्षिणी अरब सागर में तीन देशों के विशाल विशिष्ट आर्थिक क्षेत्रों (ईईजेड) में संचालन किया है। इससे पहले तीनों नौसेनाओं ने त्रिपक्षीय टेबल टॉप अभ्यास (टीटीएक्स) 14-15 जुलाई को किया था। तीनों देशों ने कोलंबो सुरक्षा कॉन्क्लेव की 5वीं उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) स्तरीय बैठक में हिस्सा लिया था।

हिन्द महासागर क्षेत्र के इस महत्वपूर्ण हिस्से को वाणिज्यिक नौवहन, अंतरराष्ट्रीय व्यापार और वैध समुद्री गतिविधियों के संचालन के लिए सुरक्षित रखने के उद्देश्य से ‘सीएससी फोकस्ड ऑपरेशन’ आयोजित किया गया है। प्रवक्ता के अनुसार फोकस्ड ऑपरेशन प्रमुख समुद्री सुरक्षा एजेंसियों के बीच समझ और अंतःक्रियाशीलता बनाने में मदद करेगा। इससे क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय अपराधों को रोकने में मदद मिलेगी। यह ऑपरेशन समुद्री घटनाओं, दुर्घटनाओं से निपटने, सूचनाओं के आदान-प्रदान और समन्वित संचालन, परिचालन तालमेल को और बढ़ाएगा।

उन्होंने बताया कि ‘सीएससी फोकस्ड ऑपरेशन’ का संचालन भारत, मालदीव और श्रीलंका के बीच गहरे त्रिपक्षीय जुड़ाव का उदाहरण है। इस क्षेत्र में शांति और सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए उनकी प्रतिबद्धता पर जोर देता है। इससे पहले 04 अगस्त को हिन्द महासागर क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर विचार-विमर्श किया गया था।

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