CNG-PNG: नेचुरल गैस के लिए तय हो सकती है प्राइस कैप, घटेंगी कीमतें
सीएनजी और पीएनजी के दाम घट सकते हैं। सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के पुराने क्षेत्रों से प्राकृतिक गैस के लिए मूल्य सीमा तय की जा सकती है। किरीट पारेख की अध्यक्षता वाली गैस मूल्य समीक्षा समिति इसकी सिफारिश कर सकती है। हालांकि, कठिन क्षेत्रों से गैस के लिए मूल्य निर्धारण सूत्र नहीं बदला जाएगा।
अधिकारियों ने बताया कि किरीट पारेख समिति को भारत में गैस आधारित अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए बाजार उन्मुख, पारदर्शी और विश्वसनीय मूल्य निर्धारण प्रणाली सुनिश्चित करने के लिए सिफारिशें करने का काम सौंपा गया था। अधिकारियों ने कहा कि समिति इसके लिए दो अलग-अलग मूल्य निर्धारण तंत्र सुझा सकती है। तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) और ऑयल इंडिया लि. (ओआईएल) पुराने क्षेत्रों से गैस के लिए मूल्य सीमा तय करने की सिफारिश कर सकता है।
इन क्षेत्रों में लागत वसूली लंबे समय से चल रही है।
यह मूल्य निर्धारण व्यवस्था रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के KG-D6 क्षेत्र और उसके यूके भागीदार BP Plc के संकटग्रस्त क्षेत्रों पर लागू होती है। 1 अक्टूबर से अत्यधिक प्रभावित क्षेत्रों के लिए दरें 12.46 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू (प्रति यूनिट) हैं। योजना आयोग के पूर्व सदस्य किरीट एस पारेख की अध्यक्षता वाली एक समिति अपनी रिपोर्ट को अंतिम रूप दे रही है। अधिकारियों ने कहा कि अगले कुछ दिनों में इसे सरकार को सौंप दिया जाएगा।