सिगरेट का धुआं अगरबत्ती के धुएं के आगे कुछ भी नहीं है ,जानें क्यों खतरनाक है यह
अगरबत्ती का इस्तेमाल मंदिर में पूजा-पाठ और सुगंध के लिए इस्तेमाल करते है. इसकी एक अलग परंपरा है. लेकिन बहुत सारे लोग इस बात को नहीं जानते है, की इसकी धुआँ सिगरेट के धुंए से भी खतरनाक होता है. हाल ही में हुए एक रिसर्च बताया गया है की इन बत्तियों का धुआं सिगरेट के धुएं से ज़्यादा खतरनाक होता है.
सरकारी नौकरियां यहाँ देख सकते हैं :-
सरकारी नौकरी करने के लिए बंपर मौका 8वीं 10वीं 12वीं पास कर सकते हैं आवेदन
1000 से भी ज्यादा रेलवे की सभी नौकरियों की सही जानकारी पाने के लिए यहाँ क्लिक करें
अगरबत्ती में मौजूद नाइट्रोजन और सल्फर डाईऑक्साइड गैस सेहत के लिए बहुत ही नुकसानदायक होता है
. इस धुएं में सांस लेने से कफ और छींकने की समस्या हो जाती है.
साथ ही इससे अस्थमा जैसे रोग हो सकते है.
अगरबत्ती के धुएं से कार्बन मोनोऑक्साइड निकलती है
, जिसकी वजह से फेफड़ों को नुकसान पहुँचता है.
साथ ही इस धुएं में सांस लेने से कफ और छींकने की समस्या हो जाती है.
अधिक देर तक धुएं में सांस लेने के कारण दिल की कोशिकाएं सिकुड़ने लगते है. जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है.
2008 में हुई एक और रिसर्च में पता चला गया कि इन बत्तियों का लगातार इस्तेमाल रेस्पिरेटरी कैंसर का कारण भी बन सकता है.