चाणक्य निति: मर्द में ये बातें होनी ही चाहिए, अगर जीवन में होना है
चाणक्य की गिनती भारत के श्रेष्ठ विद्वानों में की जाती है। चाणक्य ने अपने जीवन में अच्छी और बुरी दोनों परिस्थितियों का सामना किया। चाणक्य ने विपरीत परिस्थितियां होने पर भी हार नहीं मानी और अपने लक्ष्यों की प्राप्ति की। अपनी बुद्धि एवं कूटनीति राजनीति की अच्छी समझ से उन्होंने एक छोटी सी उम्र में ही चंद्रगुप्त को एक शासक के रुप में स्थापित किया। चाणक्य आर्थशास्त्र की बहुत अच्छी समझ रखते थे। उन्होंने अर्थशास्त्र की रचना की जिसके कारण वे कौटिल्य कहलाए। आचार्य चाणक्य ने विश्व प्रसिद्ध तक्षशिला विश्व विद्यालय से शिक्षा प्राप्त की और वहीं पर विद्यार्थियों को शिक्षा भी दी। उन्होंने नीतिशास्त्र में मनुष्य के जीवन से संबंधित बहुत सी महत्वपूर्ण बातें बताई हैं जो व्यक्ति को जीवन में सफल बनने के लिए प्रेरित करती हैं। जानते हैं कौन सी बाते मनुष्य सफल बनाती हैं।
अनुशासन
चाणक्य के अनुसार जीवन में अनुशासन के बिना सफलता प्राप्त नहीं की जा सकती है। इसलिए जीवन में अनुशासन होना आवश्यक होता है क्योंकि बिना अनुशासन के कोई भी कार्य समय से पूर्ण नहीं होता है। चाणक्य के अनुसार मनुष्य को अपने सोने खाने और हर कार्य को समय पर अनुशासन के साथ पूरा करना चाहिए। जो लोग अनुशासन में नहीं बंधे होते हैं वे अपने जीवन में या तो बहुत देर से सफल होते हैं या फिर असफल हो जाते हैं।
मेहनत
परिश्रम ही सफलता की कुंजी हैं, इसलिए चाणक्य कहते हैं कि किसी भी कार्य को करने के लिए पूरी मेहनत करें यदि आप कार्य से जी चुराते हैं तो कभी सफल नहीं हो सकते हैं। परिश्रमी व्यक्ति अपने जीवन में सफलता अवश्य हासिल करता है। आज के कार्य को कभी भी कल पर नहीं टालना चाहिए आलस्य का त्याग कर देना चाहिए। जिस तरह से मेहनत सफलता की कुंजी है उसी तरह से आलस सफलता में सबसे बड़ी बाधा है।
योजना बनाकर करें कार्य
किसी भी कार्य को पूर्ण करने के लिए सबसे जरुरी होता है कि आप कार्य को करने से पहले उसकी रुप रेखा तैयार कर लें और पूरी योजना बनाने के बाद ही कार्य को आरंभ करें। जो लोग बिना योजना के कार्य करते हैं, उनके कार्यों में बहुत अड़चने आती हैं, जिसके कारण कार्य समय से पूर्ण नहीं हो पाता है। इसलिए किसी भी कार्य को योजना बनाकर ही करें।